खराब मौसम होने के कारण बचाव अभियान को फिलहाल के लिए रोक दिया गया है लेकिन जल्द ही इसे दोबारा शुरू किया जाएगा और बाकि के 5 मजदूरों को ढूंढने का प्रयास फिर से शुरू किया जाएगा.
उत्तराखंड के चमोली के माणा गांव के पास शुक्रवार को आए बर्फीले तूफान की चपेट में आए सड़क निर्माण में जुटे 55 मजदूरों में से 50 को बाहर निकाल गिया है. इनमें से 4 की मौत हो गई है लेकिन अभी भी कम से कम 4 मजदूर यहीं फंसे हुए हैं और उन्हें तलाशने की कोशिश जारी है. बता दें कि इन मजदूरों को फंसे हुए 48 घंटे से भी ज्यादा का वक्त हो गया है. लेकिन बचाव कार्य को फिलहाल कुछ वक्त के लिए रोक दिया गया है.
खराब मौसम के चलते रोका गया बचाव अभियान
जानकारी के मुताबिक खराब मौसम होने के कारण बचाव अभियान को फिलहाल के लिए रोक दिया गया है लेकिन जल्द ही इसे दोबारा शुरू किया जाएगा और बाकि के 5 मजदूरों को ढूंढने का प्रयास फिर से शुरू किया जाएगा. भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) के अनुसार, “भारी बर्फबारी और खराब मौसम के कारण बचाव अभियान अस्थायी रूप से रोक दिया गया है. टीमें जल्द से जल्द फिर से शुरू करने के लिए तैयार हैं.”
अभी भी फंसे हैं 4 लोग
बता दें कि 4 शव बरामद किए गए हैं और 4 लोग फंसे हुए हैं. बाकी सभी को बचा लिया गया है और वे चिकित्सा देखभाल में हैं. उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) की अपडेट के मुताबिक 5 लापता मजदूर में से एक अपने आप ही सुरक्षित घर पहुंच गया. जानकारी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में रहने वाला सुनील कुमार, अपने आप ही सुरक्षित घर पहुंच गया था. इसके बाद अब बचे हुए 4 मजदूरों की तलाश जारी है.
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान आईं कई दिक्कतें
बता दें कि शुक्रवार को भारी बर्फबारी की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी रुकावट देखी गई. मज़दूरों को बर्फ से बाहर निकालने के लिए जोशीमठ से हवाई मार्ग के जरिये SDRF की टीमें भेजी गईं. घटना स्थल से 30 किलोमीटर सड़क पर बर्फ जमी होने की वजह से वहां पहुंचने में रेस्क्यू टीम को दिक्कतों का सामना करना पड़ा. प्रदेश के आपदा प्रबंधन और पुनर्वास सचिव विनोद कुमार सुमन ने इस बात को माना कि बचाव काम चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि हिमस्खलन स्थल के पास करीब सात फुट तक बर्फ जमी हुई है. हालांकि, उन्होंने बताया कि बचाव अभियान में 65 से अधिक कर्मचारी लगे हुए हैं.
माणा में बर्फ के नीचे कैसे दबे मजदूर?
चमोली में एवलांच की यह घटना शुक्रवार सुबह सवा 7 बजे के करीब हुई. जानकारी के मुताबिक सभी 55 मजदूर कंटेनर में सो रहे थे. इस दौरान वहां एक बर्फीला तूफान आया और कंटेनर बर्फ से ढक गया. तभी ये मजदूर बर्फ के नीचे दब गए. ये हादसा बद्रीनाथ से करीब 3 किमी दूर चमोली के माणा गांव में हुई.
NDTV India – Latest
More Stories
Live News: वामपंथी नेताओं को धमकाने के आरोप में तृणमूल के प्रदेश संयोजक पी वी अनवर के खिलाफ मामला दर्ज
कांग्रेस सांसद शशि थरूर केरल के औद्योगिक विकास पर अपने रुख से पीछे हटे
शिवकुमार दिसंबर तक बनेंगे कर्नाटक के सीएम: कांग्रेस विधायक का दावा