Asha Kiran Shelter home: दिल्ली में मंदबुद्धि बच्चों के लिए बने आशा किरण होम की दिल दहला देने वाली तस्वीर सामने आई है। क्षमता से अधिक बच्चों व अन्य लोगों के रहने, सही डाइट नहीं देने की वजह से दो दर्जन से अधिक बच्चे टीबी के शिकार हो गए हैं। एक महीने में 14 बच्चों की मौत के बाद हंडकंप मचा हुआ है। दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने पूरे प्रकरण के जांच का आदेश दिया है।
आशा किरण त्रासदी को लेकर क्या है दिल्ली सरकार का कहना?
दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने कहा कि आशा किरण शेल्टर होम में 980 मानसिक रूप से चैलेंज्ड लोग रहते हैं। इनकी देखरेख के लिए 6 डॉक्टर और 17 नर्स हैं। वहां 450 हाउस आंटी अपनी सेवाएं देती हैं। उन्होंने बताया कि जुलाई के महीने में Asha Kiran Shelter Home में 14 लोगों की मृत्यु हुई है। इनमें से 1 नाबालिग है और 13 बालिग हैं। इनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी नहीं आई है। इन सभी मौतों की मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। रिपोर्ट में अगर किसी भी अफसर की लापरवाही सामने आती है तो उसके ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
लगातार मौतों से मच गया हड़कंप
आशा किरण शेल्टर होम में इस साल हर महीना डेथ रिपोर्ट हुई है। यहां मंदबुद्धि बच्चों और बड़ों को बेहतर देखभाल के लिए रखा जाता है। सूत्रों की मानें तो इस साल 2024 के जनवरी में तीन जानें गई तो फरवरी में 2 मौत रिपोर्ट की गई। मार्च में 3 तो अप्रैल में 2 मौत। मई में एक और जून में 3 मौत हुई। लेकिन 2024 के जुलाई महीने में अचानक मौतों का आंकड़ा बढ़ गया। जुलाई महीना में 13 मौतें हुईं। जबकि जनवरी से जुलाई 2023 में 13 मौतों की रिपोर्ट है।