Trump Tariff Impact : अब सवाल उठता है कि भारतीय ऑटो कंपनियों के शेयरों में इतनी गिरावट क्यों देखने को मिल रही है, दरअसल भारत की ऑटो कंपनियों की आय का कुछ हिस्सा अमेरिका से आता है. जैसे भारत फोर्ज अपनी कुल आय का 25% हिस्सा अमेरिका से हासिल करता है. संवर्धन मदरसन भी अपनी कुल आय का 18% हिस्सा अमेरिका से ही लेकर आता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिका में इंपोर्ट होने वाली गाड़ियों पर 25% टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया है, जिसका असर भारत की ऑटो कंपनियों के शेयरों पर दिख रहा है. करीब करीब सभी ऑटो कंपनियों के शेयरों पर दबाव देखने को मिल रहा है .सबसे ज्यादा असर संवर्धन मदरसन, टाटा मोटर्स, अशोक लेलैंड, भारत फोर्ज, आयशर मोटर्स और महिंद्रा के शेयरों पर दिख रहा है.
निफ्टी का ऑटो इंडेक्स 2% से ज्यादा टूटा
ऑटो शेयरों में गिरावट के चलते निफ्टी का ऑटो इंडेक्स 2% से ज्यादा टूट गया. बाजार खुलते ही टाटा मोटर्स का शेयर 6.5% तक टूट गया, इंट्राडे में इसने 661.10 रुपये का लो बनाया. इस गिरावट के चलते टाटा मोटर्स के मार्केट कैप से 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा साफ हो गए. संवर्धन मदरसन में 7.6% की गिरावट आई, इंट्राडे में 124.73 रुपये तक चला गया. अशोक लेलैंड का शेयर करीब 4.5% टूटकर 205.17 रुपये तक फिसल गया, भारत फोर्ज का शेयर भी 2% से ज्यादा टूटकर 1,129.85 तक चला गया.
ट्रंप ने कहा- अब कोई बातचीत नहीं होगी
राष्ट्रपति ट्रंप ने बुधवार को ऑटो टैरिफ लागू करने के लिए एक घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए. इस टैरिफ के पीछे ट्रंप की मंशा है कि अमेरिका में ज्यादा से ज्यादा मैन्युफैक्चरिंग जॉब्स पैदा हों, लेकिन इसने ट्रेड वॉर की चिंताओं को एक पायदान ऊपर चढ़ा दिया है. अगले हफ्ते से ये टैरिफ लागू हो जाएंगे. ट्रंप ने बुधवार को व्हाइट हाउस में कहा, “हम जो करने जा रहे हैं, वो है अमेरिका में नहीं बनी सभी कारों पर 25% टैरिफ लगाना. हम उन देशों से टैरिफ वसूलेंगे जो हमारे देश में बिजनेस करते हैं और हमारी नौकरियां, हमारी संपत्ति, और कई चीजें वर्षों से छीनते चले आ रहे हैं.’
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि ये टैरिफ 2 अप्रैल से लागू हो जाएगा और अमेरिका अगले दिन से इसे कलेक्ट करना शुरू कर देगा. व्हाइट हाउस ने कहा कि ये टैरिफ न केवल पूरी तरह से असेंबल की गई कारों पर लागू होगा, बल्कि प्रमुख ऑटोमोबाइल पार्ट्स, जैसे इंजन, ट्रांसमिशन, पावरट्रेन पार्ट्स और इलेक्ट्रिकल कंपोनेंट्स पर भी लागू होगा
. ये लिस्ट समय के साथ और लंबी भी हो सकती है, जिसमें कुछ और पार्ट्स को भी शामिल किया जा सकता है. ट्रंप ने इन टैरिफ को “स्थायी” बताया और कहा कि वो अब किसी भी तरह की छूट को लेकर बातचीत करने में दिलचस्पी नहीं रखते हैं.
US से आता है कमाई का बड़ा हिस्सा
अब सवाल उठता है कि भारतीय ऑटो कंपनियों के शेयरों में इतनी गिरावट क्यों देखने को मिल रही है, दरअसल भारत की ऑटो कंपनियों की आय का कुछ हिस्सा अमेरिका से आता है. जैसे भारत फोर्ज अपनी कुल आय का 25% हिस्सा अमेरिका से हासिल करता है. संवर्धन मदरसन भी अपनी कुल आय का 18% हिस्सा अमेरिका से ही लेकर आता है. Sona BLW का शेयर जो कि आज 6.8% तक टूटा है, और 463 रुपये के 52 हफ्ते निचले स्तर पर पहुंच गया है, इसकी आय का 40% हिस्सा अमेरिका से ही आता है.
अभी भारत से इंपोर्ट होने वाली ऑटोमोबाइल्स और ऑटो पार्ट्स पर अमेरिका 2.5% टैरिफ लगाता है, जबकि भारत पूरी तरह से बनी हुई कारों पर 110% (70% बेसिक कस्टम ड्यूटी और 40% सेस) चार्ज वसूलता है, जबकि ऑटो पार्ट्स पर भारत 15% टैरिफ लगाता है.
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