January 31, 2025
Basant Panchami 2025: बसंत पंचमी पर होता है पीले रंग का खास महत्व, जानिए मां सरस्वती की पूजा के दिन बनने वाले 5 पीले पकवान

Basant Panchami 2025: बसंत पंचमी पर होता है पीले रंग का खास महत्व, जानिए मां सरस्वती की पूजा के दिन बनने वाले 5 पीले पकवान​

बसंत पंचमी को मनाए जाने वाले इस त्योहार में पीले रंग का खास महत्व होता है. लोग इस दिन पीले रंग के कपड़े पहनते हैं. यहां तक कि इस दिन खास तौर पर पीले रंग के व्यंजन तैयार किए जाते हैं.

बसंत पंचमी को मनाए जाने वाले इस त्योहार में पीले रंग का खास महत्व होता है. लोग इस दिन पीले रंग के कपड़े पहनते हैं. यहां तक कि इस दिन खास तौर पर पीले रंग के व्यंजन तैयार किए जाते हैं.

Yellow foods khichdi to kesar halwa on Basant Panchami: बसंत पंचमी (Basant Panchami) का दिन विद्या की देवी माता सरस्वती की पूजा अर्चना के लिए समर्पित होता है. वर्ष में माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पांचवी तिथि को सरस्वती पूजा जिसे बसंत पंचमी भी कहते हैं, मनाई जाती है. इस दिन विधि विधान से माता सरस्वती की पूजा की जाती है. मान्यतानुसार मां सरस्वती को बुद्धि, ज्ञान, विद्या, और विवेक की देवी माना जाता है. पूरे देश में स्कूल व कॉलेजों में धूमधाम से माता सरस्वती की पूजा का आयोजन होता है. बसंत पंचमी को मनाए जाने वाले इस त्योहार में पीले रंग (Colour of Basant Panchami) का खास महत्व होता है. लोग मां सरस्वती की पूजा के लिए विशेषतौर पर पीले फूल का उपयोग करते हैं और पीले रंग के कपड़े पहनते हैं. यहां तक कि इस दिन खासतौर पर पीले रंग के व्यंजन तैयार किए जाते हैं. आइए जानते हैं कब है बसंत पंचमी और इस दिन बनाए जाने वाले पीले रंग के खास व्यंजन (Yellow foods on Basant Panchami).

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कब है बसंत पंचमी (Date of Basant panchami 2025 )

माघ माह में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है. इस बार माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 2 फरवरी रविवार को सुबह 9 बजकर 14 मिनट से शुरू होकर 3 फरवरी सोमवार को सुबह 6 बजकर 52 मिनट पर समाप्त होगी. 2 फरवरी रविवार को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाएगा. इस दिन माता सरस्वती की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 9 मिनट से शुरू होकर दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक रहेगा. इस दौरान विद्या की देवी मां सरस्वती का पूजन शुभ फल देने वाला होगा. पंचांग के अनुसार, 2 फरवरी रविवार को उत्तराभाद्रपद नक्षत्र बनेगा, जिस पर शिव और सिद्ध योग का संयोग रहने वाला है.

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बसंत पंचमी पर बनाए जाने वाले पीले व्यंजन (Yellow foods on Basant Panchami)

खिचड़ी

बसंत पंचमी के त्योहार पर खिचड़ी बनाने की परंपरा है. यह पूरे देश में सबसे ज्यादा प्रचलित है. खिचड़ी तैयार करने के लिए सुगंधित चावल, मूंग दाल, तरह तरह की सब्जियों जैसे आलू, गाजर, गोभी, मटर का उपयोग किया जाता है. इसे भोग प्रसाद भी कहते हैं और इसमें मिलाए गए गरम मसाले इसके टेस्ट और सुगंध को बढ़ाने का काम करते हैं.

मीठे चावल

बसंत पंचमी के त्योहार के दिन मीठे चावल या केसरी भात भी बनाया जाता है. इसे बनाने के लिए चावल, घी और गुड़ का उपयोग किया जाता है. काजू, किशिमश, बादाम और केसर इस डिश के टेस्ट को और बढ़ा देते हैं.

ढोकला

बसंत पंचमी के त्योहार के दिन ढोकला बनाने का भी प्रचलन है. चावल और दाल को फर्मेंट करके बनाया जाने वाले इस डिश को भाप की मदद से पकाया जाता है. ढोकला को सॉफ्ट बनाने के लिए सोडे का उपयोग भी किया जाता है. बसंत पंचमी के दिन अगर ढोकला बना रहे हैं तो उसमें चुटकी भर हल्दी जरूर मिलाए ताकि डिश का रंग पीला रहे.

केसर हलवा

केसर हलवा बसंत पंचमी के दिन बनाया जाने वाला काफी लोकप्रिय व्यंजन है. भारतीय घरों में मीठे में हलवा बनाना और खाना काफी पसंद किया जाता है. केसर हलवा सूजी, घी और गुड़ से तैयार किया जाता है. इसे काजू किशमिश जैसे सूखे मेवों से सजाकर पेश किया जाता है.

बूंदी के लड्‌डू

भारत में त्योहारों में बूंदी के लड्‌डू सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली मिठाई है. बसंत पंचमी के दिन भी इसे खाना और बनाना पसंद किया जाता है. बेसन, चीनी और घी से तैयार की जाने वाली इस डिश के लिए पहले बूंदी तैयार की जाती है और फिर उसे लड्‌डू का रूप दिया जाता है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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