February 28, 2025
Ca और Cs में क्या अंतर होता है? 12वीं के बाद सोच समझकर चुने कोर्स

CA और CS में क्या अंतर होता है? 12वीं के बाद सोच-समझकर चुने कोर्स​

CA और CS में क्या अंतर हैं इन दोनों में अक्सर बच्चे कंफ्यूजन में रहते हैं. कौन का कोर्स आसान है तो कौन मुश्किल इसे समझने के लिए जानें दोनों के बीच का अंतर जानना जरूरी है.

CA और CS में क्या अंतर हैं इन दोनों में अक्सर बच्चे कंफ्यूजन में रहते हैं. कौन का कोर्स आसान है तो कौन मुश्किल इसे समझने के लिए जानें दोनों के बीच का अंतर जानना जरूरी है.

CA or CS: 12वीं के बाद करियर का सबसे अहम फैसला लेना होता है. किस फील्ड को चुने, जिससे आगे अच्छी हाय पैकेज वाली नौकरी मिल सके. 12वीं के बाद स्ट्रीम वाइज भी स्टूडेंट्स आगे का करियर चुनते हैं. जैसे साइंस वाले ज्यादातर इंजीनियरिंग या मेडिकल फील्ड चुनना पसंद करते हैं. वहीं कॉमर्स वाले सीए, सीएस या सीएमए चुनना पसंद करते हैं. लेकिन अब यहां आकर बात रुक जाती है कि अब सीए करें या सीएस. क्योंकि दोनों में से बेटर कौन सा है ये सोचने के लिए आपको पहले दोनों के बीच का अंतर जानना होगा. 12वीं की परीक्षाओं के बाद स्टूडेंट्स अब अपने करियर को चुनेंगे ऐसे में आपके इस कंफ्यूजन को दूर करना जरूरी है.

जानें दोनों में अंतर

पहले जानते हैं चार्टर्ड अकाउंटेंट’ (Chartered Accountant) के बारे में. सीए एक प्रोफेशनल कोर्स है, जिसमें अकाउंटिंग, ऑडिटिंग और फाइनेंस के मामले को देखने का काम करना होता है. वहीं ‘कंपनी सेक्रेटरी’ (Company Secretary) भी एक प्रोफेशनल कोर्स है. लेकिन इसमें किसी भी कंपनी के कानूनी कॉरपोरेट गवर्नेंस और फाइनेंशियल मैनेजमेंट को लेकर काम किया जाता है.

CA के बारे में जानिए

इसे ऐसे समझ सकते हैं कि सीए फाइनेंस से जुड़े मामलों में अपनी सलाह देता है और टैक्स भरना साथ ही कंपनी में लेन देने को मैनेज करना जैसे काम होते हैं. सीए की परीक्षा चार्टर्ड अकाउंटेंट भारत के इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की ओर से ली जाती है और सर्टिफिकेट भी प्रोवाइड कराई जाती है. ICAI की ओर से सीए परीक्षा का सिलेबस तैयार किया जाता है. सीएम परीक्षा पास करने के लिए 12वीं पास होना जरूरी है.

सीएस के बारे में जानिए

सीएस का फुल फॉर्म कंपनी सेक्रेटरी होता है. इसमें कपंनी के लिगल प्रोसेस, गवर्नेंस और कॉर्पोरेट मामलों के नियम कानून के बारे में पढ़ाया जाता है. प्रशासनिक मामलों में विशेषज्ञ सलाहकार बन सकते हैं. इसमें फिनांस के काम नहीं होते हैं. अगर आप फिनांस में इंस्ट्रेस्ट रखते हैं तो सीए कर सकते हैं और अगर नियम और कानून में इस्ट्रेस्ट रखते हैं तो सीएस कर सकते हैं. सीएस परीक्षा देने के लिए भी उम्मीदवारों को 12वीं पास होना होगा.

दोनों की प्रवेश परीक्षा अलग-अलग बॉडी की ओर से कराई जाती है. सीए की परीक्षा आईसीएआई की ओर से कराई जाती है. सीएस की परीक्षा आईसीएसआई की ओर से कराई जाती है.

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क्या काम करना पड़ेगा

सीए (CA): अकाउंटिंग और फाइनेंस से जुड़े मामलों में विशेषज्ञ सलाहकार
सीएस (CA): कंपनी के कानूनी और प्रशासनिक मामलों में विशेषज्ञ सलाहकार

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