CBSE Board Exam 2025: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने बोर्ड परीक्षाओं से पहले कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों के असिस्मेंट स्ट्रक्चर में बदलाव का ऐलान किया है. बोर्ड ने इंटर्नल असिस्मेंट के वेटेज को बढ़ा दिया गया है. इंटर्नल असिस्मेंट का वेटेज 40 प्रतिशत होगा.
CBSE Board Exam 2025 Internal Assessment: सीबीएसई बोर्ड परीक्षा की डेटशीट 2025 का इंतजार कर रहे छात्रों के लिए एक बड़ी खबर है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों के असिस्मेंट स्ट्रक्चर में बदलाव की घोषणा की है. सीबीएसई बोर्ड के एक अधिकारी के अनुसार इंटर्नल असिस्मेंट अब फाइनल ग्रेड का 40% हिस्सा होगा, जबकि शेष 60% फाइनल रिटन परीक्षाओं द्वारा निर्धारित किया जाएगा. अधिकारी ने कहा कि सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2025 के इंटर्नल असिस्मेंट में वृद्धि और सिलेबस में कमी का उद्देश्य समकालीन शैक्षिक प्रथाओं के साथ संरेखित करते हुए मूल्यांकन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना है. इसके साथ ही 2024-2025 शैक्षणिक सत्र में बोर्ड परीक्षा एक टर्म में जबकि शैक्षणिक सत्र 2025-2026 में बोर्ड परीक्षा को दो टर्म में शुरू करने की योजना है.
शैक्षणिक दबाव कम करने के लिए पाठ्यक्रम में कटौती
सीबीएसई ने शैक्षणिक तनाव को कम करने के प्रयासों के तहत 2025 की परीक्षाओं के लिए सभी विषयों के सिलेबस में 10-15% की कटौती की घोषणा की है. यह कटौती पिछले बदलावों के अनुरूप है, जो छात्रों के सीखने पर जोर देते हैं और रटने की आदत को कम करते हैं.
इंटर्नल असिस्मेंट का बढ़ा हुआ महत्व
सीबीएसई बोर्ड ने मूल्यांकन में एक बड़ा बदलाव करते हुए इंटर्नल असिस्मेंट पर अधिक जोर दिया है. सीबीएसई कक्षा 10वीं, 12वीं बोर्ड परीक्षा में बोर्ड प्रोजेक्ट, असाइनमेंट और पीरियोडिक टेस्ट सहित इंटर्नल असिस्मेंट अब छात्र के अंतिम ग्रेड का 40% हिस्सा होंगे. सीबीएसई अधिकारी ने कहा कि यह परिवर्तन छात्रों को निरंतर सीखने को बढ़ावा देता है और छात्रों को पूरे वर्ष अपनी ग्रोथ दिखाने के अधिक अवसर देता है. इसके साथ ही बोर्ड का लक्ष्य अधिक व्यापक मूल्यांकन करना है जो फाइनल रिटन एग्जाम से परे छात्रों के प्रदर्शन को दर्शाता है.
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सीबीएसई की ओपन-बुक परीक्षा
सीबीएसई ने मूल्यांकन प्रक्रिया में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ाने के लिए हाल के वर्षों में डिजिटल असिस्मेंट शुरू किया है. यही नहीं बोर्ड इंग्लिश लिटरेचर और सोशल साइंस जैसे विषयों के लिए ओपन-बुक परीक्षा लागू करने की योजना बना रहा है. ओपन बुक परीक्षा के तहत छात्रों को बोर्ड परीक्षा में अपनी पुस्तकों को संदर्भित करने की अनुमति होगी, जिससे छात्रों के विश्लेषणात्मक कौशल और याद करने के बजाय ज्ञान के अनुप्रयोग का परीक्षण किया जा सकेगा.
आने वाले साल में दो टर्म की परीक्षा
साल 2025 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए एक टर्म की मौजूदा संरचना बनी रहेगी. हालांकि, 2026 से बोर्ड दो-टर्म में बोर्ड परीक्षा हो सकती है. सूत्रों की मानें तो साल में दो परीक्षाएं शुरू करने का निर्णय फाइनल कर लिया गया है और आने वाले महीनों में इसके लिए व्यवस्थाएं व्यवस्थित करने की उम्मीद है.
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