महंगाई पर विरोध कर रही Priyanka Gandhi के साथ दुर्व्यवहार, कांग्रेस ने किया सवाल-क्या महंगाई-बेरोजगारी पर बात करना अब देशद्रोह हो गया?

Congress Protest against Price rise: महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ शुक्रवार को कांग्रेस ने देशव्यापी आंदोलन किया। दिल्ली में प्रधानमंत्री आवास का घेराव करने जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi Vadra) व अन्य कांग्रेसियों को पार्टी मुख्यालय के बाहर पुलिस ने बल पूर्वक रोक दिया। पुलिस ने प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य कांग्रेस नेताओं को दिल्ली में पार्टी मुख्यालय के बाहर से पुलिस वाहनों में घसीटते हुए हिरासत में लिया जब वे बेरोजगारी और मूल्य वृद्धि का विरोध करते हुए मार्च में शामिल होने जा रहे थे।

बैरिकेड्स पार करते हुए प्रियंका गांधी आगे बढ़ी

विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए कांग्रेसी नेता विरोध स्वरूप काले कपड़े पहने हुए थे। मुख्यालय पर पहले से ही काफी संख्या में पुलिस बल लगा दिया गया था। भारी पुलिस बल के आगे प्रियंका गांधी ने बैरिकेड्स जबरिया चढ़कर पार किया। बैरिकेड्स पर चढ़ने के बाद जैसे ही आगे बढ़ी पुलिस ने उनको रोक दिया। वह वहीं सड़क पर धरने पर बैठ गईं। यहां पुलिस ने उनको धरना देने से मना करते हुए उठाने की कोशिश की लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया। प्रियंका पीएम हाउस घेराव करने जाने के लिए अड़ी रहीं। इसके बाद उनको जबरिया पुलिस ने घसीटकर गाड़ी में लाद दिया।

प्रियंका के साथ दुर्व्यवहार का वीडियो वायरल

पार्टी ने प्रियंका गांधी के प्रदर्शन का एक वीडियो ट्वीट किया है। वीडियो में जब वह विरोध प्रदर्शन करने जा रही थीं तो पुलिस ने रोक दिया। प्रियंका गांधी ने कहा कि सरकार को लगता है कि वह हमें चुप करा सकती है। वह सोचती है कि हमें यह (पुलिस) बल दिखाकर, यह हमें चुपचाप बैठा सकती है बसें… लेकिन हमारा एक उद्देश्य है।

प्रियंका गांधी को एक वाहन में खींचते हुए दिखाया जा रहा है। इसके पहले पुलिस उन्हें विरोध प्रदर्शन समाप्त करने के लिए मनाने की कोशिश कर रही थी। लेकिन पुलिस को इशारा करते हुए हिलने से मना कर दिया कि उसे विरोध करने का अधिकार है।

राहुल को पहले ही कर लिया गया था अरेस्ट

उनके भाई, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को उनके आने से कुछ समय पहले हिरासत में लिया गया था। छह घंटे बाद रिहा होने से पहले नेताओं को जीटीबी नगर के किंग्सवे कैंप के एक हॉल में रखा गया था।

पुलिस ने पहले से किलाबंदी कर दी थी

पुलिस ने विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए प्रमुख इलाकों में बैरिकेडिंग कर दी थी। पार्टी ने राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकालने की भी घोषणा की थी। दिल्ली के कुछ हिस्सों में बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा प्रशासन द्वारा पहले ही की जा चुकी थी। इन प्रतिबंधों का हवाला देते हुए, पुलिस ने विरोध प्रदर्शन की अनुमति देने से इनकार कर दिया था और प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया।

राहुल बोले-हम लोकतंत्र की मौत देख रहे

विरोध प्रदर्शन से पहले राहुल गांधी ने कहा कि हम लोकतंत्र की मौत देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने लगभग एक सदी पहले ईंट से ईंट का निर्माण किया है, जो आपकी आंखों के सामने नष्ट हो रहा है। जो कोई भी तानाशाही की शुरुआत के विचार के खिलाफ खड़ा होता है, उस पर शातिर तरीके से हमला किया जाता है, जेल में डाल दिया जाता है, गिरफ्तार किया जाता है और पीटा जाता है।

सदन से सड़क तक किया कांग्रेस ने प्रदर्शन

विरोध शुरू करने से पहले, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस सांसदों ने संसद में काले कपड़े पहने। जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग और सरकार पर लोगों के मुद्दों की अनदेखी को लेकर कांग्रेस सदस्यों द्वारा हंगामा किए जाने के बाद कार्यवाही स्थगित कर दी गई।