Brownish-Blue Spots On Skin: कई बार शरीर पर बिना किसी वजह ही नीले धब्बे दिखने लगते हैं. अक्सर लोग इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं. क्या जानते हैं शरीर पर पड़ने वाले इन नीले धब्बों और निशानों को क्या कहते हैं, यह क्यों होते हैं और इनसे कैसे बचा जा सकता है. तो यह लेख पढ़ें-
Why Do I Have Blue Marks On My Body? कई बार शरीर पर चोट लग जाने से नीले रंग का धब्बा आ जाता है फिर अपने आप ही ये ठीक भी हो जाता है. ऐसे नीले धब्बे बार-बार हो जाते हों और इसकी वजह कोई चोट न हो तो आपको सावधान हो जानें की जरूरत है, हो सकता है आप सायनोसिस (Cyanosis) के शिकार हों. शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने से खून का रंग नीला हो जाता है. सायनोसिस नाम की इस बीमारी में नीले धब्बों (Blue Marks on Skin) के अलावा ऑक्सीजन की कमी के चलते बेहोशी, दौरा पड़ना जैसे समस्या भी हो सकती है. सही समय पर इलाज न हो पाने से ब्रेन स्टेम रिफ्लेक्स, ब्रेन डैड होने तक की नौबत आ सकती है.
शरीर पर बार-बार नील के निशान पड़ने के कई कारण हो सकते हैं. यहां जानते हैं कि त्वचा पर नील के निशान क्यों पड़ते हैं और आप इन्हें कैसे हटायें.
शरीर में नीले धब्बे होने का कारण और लक्षण | Bruises: Symptoms, Causes, Diagnosis, Treatment
क्यों हो जाते हैं शरीर पर नीले निशान, त्वचा पर नीले धब्बे उभरने के कारण (Cyanosis Causes)
कम तापमान के संपर्क में आने पर, शरीर के कुछ अंग जैसे, हाथ-पैर की उंगलियों के लिए रक्त की आपूर्ति अस्थायी रूप से कम हो जाती है.फेफड़ों का इंफेक्शन, जैसे निमोनिया, ब्रॉन्कियोलाइटिस. फेफड़ों की धमनियों में रक्त का थक्का. आमतौर पर इंफेक्शन की वजह से उत्पन्न गले के पीछे ऊतक के फ्लैप का प्रदाह और सूजन. जन्म के समय मौजूद हृदय दोष जो हार्ट और शरीर के चारों ओर रक्त के जाने के ढंग को प्रभावित कर सकता है.
शरीर पर नीले निशान, त्वचा पर नीले धब्बे उभरने के लक्षण (Cyanosis Symptoms)
सायनोसिस का प्रमुख लक्षण त्वचा या श्लेष्मा झिल्ली पर नीला, भूरा या बैंगनी रंग का होना है. रक्त ऑक्सीजन सैचुरेशन 95% से 100% की सीमा में होती है, जिसका अर्थ है कि आपके रक्त के लगभग सभी हीमोग्लोबिन में ऑक्सीजन है. आपकी त्वचा का नीलापन तब तक प्रकट नहीं हो सकता जब तक कि आपका ऑक्सीजन सैचुरेशन 85% से कम न हो.
Bruises and Blood Spots Under the Skin: सायनोसिस का प्रमुख लक्षण त्वचा या श्लेष्मा झिल्ली पर नीला, भूरा या बैंगनी रंग का होना है.
ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से करें संपर्क
छाती में दर्दसांस लेने में दिक्कत, गहरी सांस लेने में असमर्थ होते हैं.बैठते समय सांस लेने के लिए आपको आगे की ओर झुकने की मजबूरी.आप सांस लेने में मदद करने के लिए अपनी पसलियों, गर्दन या कंधों के आसपास की मांसपेशियों का उपयोग कर रहे हैंआपको बार-बार सिरदर्द हो रहा है.बुखार आनाखून के साथ बलगम वाली खांसी आना.
शरीर पर नीले निशान, त्वचा पर नीले धब्बे उभरने का इलाज (Cyanosis Treatment)
यदि आपको सायनोसिस है, तो रक्त ऑक्सीजन के स्तर को तेज़ी से बढ़ाने में मदद करने के लिए आप ऑक्सीजन थेरेपी से गुजर सकते हैं.सायनोसिस के लिए आपको जो भी उपचार दिया जाता है वह आपकी स्थिति पर निर्भर करता है. सीओपीडी के उपचार में इनहेल्ड कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स और पल्मोनरी रिहैबिलिटेशन शामिल हो सकते हैं.निमोनिया के उपचार में एंटीबायोटिक्स या एंटीवायरल शामिल हो सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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