November 20, 2024
Elections 2024

भारत से अमेरिका तक ईवीएम पर रार: एलन मस्क के हैकिंग दावों को मिला INDIA गठबंधन का साथ

एलन मस्क के पोस्ट की टाइमिंग, मुंबई में ईवीएम हैकिंग के दावे के बीच आई है।

INDIA allies on Elon Musk EVM hack theory: लोकसभा चुनाव 2024 के बीतने के बाद एक बार फिर ईवीएम को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने ईवीएम का इस्तेमाल खत्म करने की सलाह देकर इसकी हैकिंग को लेकर बड़ी बहस शुरू कर दी है। मास्क ने कहा कि ईवीएम को एआई के जमाने में हैक किया जा सकता है। यह चुनाव प्रभावित कर सकते हैं।

एलन मस्क के पोस्ट की टाइमिंग, मुंबई में ईवीएम हैकिंग के दावे के बीच आई है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मुंबई उत्तर पश्चिम से शिवसेना सांसद रवींद्र वायकर के एक रिश्तेदार एक ऐसे फ़ोन का इस्तेमाल कर रहे थे जिसे ईवीएम से जोड़ा जा सकता था। इन रिपोर्ट्स ने ईवीएम पर बहस को हवा दे दी है जिसमें विपक्षी नेताओं ने चुनाव आयोग की चुप्पी पर सवाल उठाया गया है।

दरअसल, एलन मस्क ने ईवीएम को लेकर ट्वीट इसलिए किया क्योंकि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी के भतीजे और अगले अमेरिकी चुनावों के लिए स्वतंत्र उम्मीदवार रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर द्वारा प्यूर्टो रिको में मतदान में अनियमितताओं पर पोस्ट किया था। मस्क ने पोस्ट किया कि हमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को खत्म कर देना चाहिए।

Tesla के सीईओ एलन मस्क के दावों पर राजीव चंद्रशेखर का जवाब

टेस्ला सीईओ एलन मस्क के ईवीएम हैकिंग के दावों पर पूर्व प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने तीखी प्रतिक्रिया दी। जबकि विपक्ष ने ईवीएम पर अपनी चिंताओं को जताते हुए एलन मस्क के ट्वीट को शेयर किया है। उनका ये बयान कहता है कि कोई भी सुरक्षित डिजिटल हार्डवेयर नहीं बना सकता है जबकि ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि एलन मस्क का विचार अमेरिका और अन्य स्थानों पर शायद लागू हो सकता है जहां पर इंटरनेट से जुड़ी वोटिंग मशीनें बनाने के लिए कम्यूटर प्लेटफॉर्म का प्रयोग किया जाता है।

लेकिन भारतीय ईवीएम कस्टम डिजाइन, सुरक्षित और किसी भी नेटवर्क या मीडिया से बिल्कुल अलग है। इसमें कोई इंटरनेट कनेक्टिविटी, कोई ब्लूटूथ या वाईफाई का सिस्टम भी नहीं है। यानी हैकिंग को कोई रास्ता नहीं है। फैक्टरी प्रोग्राम किए गए कंट्रोलर जिन्हें फिर से प्रोग्राम नहीं किया जा सकता। ईवीएम को ठीक उसी तरह से डिज़ाइन और बनाया जा सकता है जैसा कि भारत ने किया है। हमें एक ट्यूटोरियल एलोन चलाने में खुशी होगी।

विपक्ष ने एलन मस्क की ट्वीट के बाद तेज किया हमला

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भारत में ईवीएम एक ‘ब्लैक बॉक्स’ है और किसी को भी इसकी जांच करने की अनुमति नहीं है। राहुल गांधी ने एलन मस्क की पोस्ट और रवींद्र वायकर के चुनाव पर एक न्यूज रिपोर्ट को साझा करते हुए कहा कि हमारी चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएं जताई जा रही हैं। जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी की संभावना बढ़ जाती है।

समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी एलन मस्क की पोस्ट को साझा करते हुए कहा कि टेक्नोलॉजी समस्याओं को दूर करने के लिए है, अगर वे समस्याओं का कारण बन जाती हैं तो उनका उपयोग बंद कर दिया जाना चाहिए। जब ​​दुनिया भर में कई चुनावों में ईवीएम से छेड़छाड़ के जोखिम को चिन्हित किया जा रहा है और जाने-माने प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ जोखिम को चिन्हित कर रहे हैं तो भाजपा को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे ईवीएम का उपयोग करने पर क्यों आमादा हैं। उन्होंने मांग की कि आगामी चुनावों में बैलेट पेपर पद्धति का उपयोग किया जाए।

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने मुंबई चुनाव पर रिपोर्ट को साझा करते हुए कहा कि यह उच्चतम स्तर पर धोखाधड़ी है और फिर भी चुनाव आयोग सो रहा है।

चुनाव आयोग ने किया था कटाक्ष

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने हाल ही में ईवीएम पर सवाल उठाने वालों पर कटाक्ष किया। चुनाव नतीजों के बाद राजीव कुमार ने कहा कि ईवीएम के नतीजे सबके सामने हैं। उस बेचारे पर आरोप क्यों लगाना? उसे कुछ दिन आराम करने दो। अगले चुनाव तक ईवीएम को आराम करने दो। फिर वो बाहर आएगी, फिर उसकी बैटरी बदली जाएगी, फिर उसके कागज बदले जाएंगे। फिर उसका फिर से दुरुपयोग होगा लेकिन नतीजे अच्छे आएंगे। पिछले 20-22 चुनावों से इसके ऐसे ही नतीजे आ रहे हैं, सरकार बदलती रहती है।

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