आपको बता दें कि 15 दिन की सेवा के बाद, भगवानअपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ रथयात्रा पर निकलते हैं और अपनी मौसी के घर गुंडीचा पहुंचते हैं वहां पर विश्राम करते हैं. आपको बता दें कि 15 दिन की सेवा के बाद, भगवानअपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ रथयात्रा पर निकलते हैं और अपनी मौसी के घर गुंडीचा पहुंचते हैं वहां पर विश्राम करते हैं. NDTV India – Latest