MH370 फ्लाइट के ‘गुम’ होने के 11 साल बाद भी मलेशिया ने नहीं मानी हार, नई खोज मिशन को दिया इतना फंड​

 MH370 फ्लाइट 229 लोगों को लेकर कहां ‘गुम’ हो गई, इस सवाल का जवाब खोजने की एक और कोशिश के लिए मलेशियाई सरकार ने एक समुद्री रोबोटिक्स कंपनी को अंतिम मंजूरी दे दी है. 

मलेशिया की सरकार ने 11 साल पहले गायब हुई मलेशिया एयरलाइंस की फ्लाइट MH370 की खोज खत्म नहीं की है. 229 लोगों को लेकर फ्लाइट कहां ‘गुम’ हो गई, इस सवाल का जवाब खोजने की एक और कोशिश के लिए मलेशियाई सरकार ने एक समुद्री रोबोटिक्स कंपनी को अंतिम मंजूरी दे दी है. 

वैसे तो माना जाता है कि 227 यात्रियों और 12 क्रू मेंबर के साथ यह लापता विमान दक्षिणी हिंद महासागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. लेकिन उसका आज तक नामों निशान नहीं मिला. यह सबसे बड़े रहस्यों में से एक बना हुआ है.

सरकार खोजने पर कितने पैसे देगी?

अलजजीरा की रिपोर्ट के अनुसार बुधवार, 19 मार्च को, मलेशिया के परिवहन मंत्री एंथनी लोके ने कहा कि कैबिनेट अमेरिका में स्थित एक समुद्री रोबोटिक्स कंपनी ओशन इन्फिनिटी के साथ एक समझौते के नियमों और शर्तों पर सहमत हुई, जिसने बोइंग 777 के लिए पिछली दो खोजें भी कीं, जिनमें से सबसे हालिया प्रयास 2018 में संपन्न हुआ.

उन्होंने कहा कि “सरकार खोज अभियान जारी रखने और MH370 यात्रियों के परिवारों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है.” यह खोज मिशन 18 महीने तक चलेगा.

डील यह हुई है कि ओशन इन्फिनिटी को $70 मिलियन का भुगतान किया जाएगा. लेकिन यग “कोई खोज नहीं, तो कोई फीस नहीं” पॉलिसी पर है. इसका अर्थ है कि कंपनी को केवल मलबे का सफलतापूर्वक पता लगाने पर ही पैसा दिया जाएगा.

रिपोर्ट के अनुसार ओशन इन्फिनिटी ने 2018 में भी अपने स्तर पर खोज की थी लेकिन उस समय कुछ नहीं मिला. कंपनी इसबार दक्षिणी हिंद महासागर में एक नए स्थान पर 15,000 वर्ग किमी को कवर करेगी. इससे पहले मलेशिया, ऑस्ट्रेलिया और चीन ने मिलकर दक्षिणी हिंद महासागर के 120,000 वर्ग किमी क्षेत्र को कवर किया है. अबतक कोई सफलता नहीं मिली है.

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