Mohan Yadav New CM of Madhya Pradesh: पिछली शिवराज चौहान सरकार में मंत्री रहे मोहन यादव को भाजपा ने मध्य प्रदेश का प्रभार सौंपा है, जिससे इस बड़े राज्य में कई दिनों से चल रहा सस्पेंस खत्म हो गया है। डॉ.मोहन यादव की नियुक्ति से बीजेपी ने उत्तर भारत की सबसे बहुलता वाली यादव जाति को साधने की कोशिश की है। आईए जानते हैं डॉ.मोहन यादव के बारे में 5 महत्वपूर्ण बातें…
तो शिवराज सिंह चौहान का पॉलिटिकल करियर हुआ समाप्त
58 वर्षीय नेता की नियुक्ति को व्यापक रूप से उनके पूर्ववर्ती शिवराज सिंह चौहान के लिए राजनीतिक करियर के अंत के रूप में देखा जा रहा है।
एमपी में बीजेपी ने चौथे ओबीसी नेता को किया प्रमोट
भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश में चौथे ओबीसी नेता के रूप में प्रमोट किया है। 2003 में उमा भारती के मुख्यमंत्री बनने के बाद से बीजेपी ने चौथी बार ओबीसी नेताओं पर अपना भरोसा जताया है।
उमा भारती के बाद मध्य प्रदेश में भाजपा ने बाबूलाल गौर को सीएम बनाया। इसके बाद उनको हटाकर शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री बनाया।
तीसरी बार विधायक और बनें सीएम
डॉ.मोहन यादव का राजनीतिक सफर काफी पुराना नहीं है। वह 2013 में पहली बार उज्जैन दक्षिणी से विधायक बने थे। इस बार वह तीसरी बार जीते हैं। 2018 के चुनावों में उन्हें फिर से चुना गया।
वह तीसरी बार विधायकी 12 हजार से अधिक वोटों से जीते हैं। उन्होंने कांग्रेस कैंडिडेट चेतन प्रेमनारायण यादव को हराया है।
2020 में शिवराज सरकार में बनाए गए थे मंत्री
जब 2020 में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार, ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद गिर गई थी तो शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बने थे। बीजेपी की सरकार बनी तो डॉ.मोहन यादव को मंत्री बनाया गया। अब वह राज्य के मुख्यमंत्री बन चुके हैं।
सबसे पढ़े-लिखे राजनेता
डॉ.मोहन यादव काफी उच्च शिक्षित राजनेता हैं। शिवराज सरकार के सबसे पढ़े-लिखे राजनेता थे। उन्होंने डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की है। मोहन यादव की पत्नी का नाम सीमा यादव है। इनके दो बेटे और एक बेटी हैं।