Inter State Gangster: NDTV के इस थ्रिलर शो में अपराधियों के गढ़ में जाकर उनकी कुंडली खोली जाएगी. उनके नेटवर्क की पड़ताल की जाएगी. सफेदपोश लोगों से उनके नेक्सस का भी लिंक तलाशा जाएगा.
Inter State Gangster: आपके पंसदीदा न्यूज चैनल NDTV INDIA पर आज से एक नया शो शुरू हो रहा है. शो का नाम है ‘इंटर स्टेट गैंगस्टर’. जैसा की नाम से ही स्पष्ट है कि इस शो में गैंगस्टरों पर बात होगी. गैंगस्टर भी ऐसे-वैसे नहीं, जो जिनकी तूती केवल एक इलाके या कुछ जिलों में नहीं बल्कि कई राज्यों में बोलती हो. NDTV INDIA का यह नया शो आज रात 10.27 बजे शुरू हो रहा है. NDTV के इस थ्रिलर शो में अपराधियों के गढ़ में जाकर उनकी कुंडली खोली जाएगी. उनके नेटवर्क की पड़ताल की जाएगी. सफेदपोश लोगों से उनके नेक्सस का भी लिंक तलाशा जाएगा.
अपराधियों के रिश्तेदारों और परिचितों से होगी बात
उनके अंतराराष्ट्रीय जड़ों को खंगाला जाएगा. और खास बात ये होगी कि शो में अपराधियों के रिश्तेदारों और जानने वालों से सीधे सवाल किए जाएंगे. गैंगस्टर्स के उन पहलुओं को भी कुरेदा जाएगा जिसमें उसके इंसान से हैवान होने की कहानी छिपी होगी.
स्क्रू ड्राइवर से खेलने वाला अमन एके-47 से खेलने लगा
इंटर-स्टेट गैंगस्टर के पहले एपिसोड में आज बात होगी झारखंड के ‘लॉरेंस बिश्वोई’ अमन साहू की. इस शो में हम आपको बताएंगे कि एक छोटे कारोबारी का साधारण बेटा खूंखार गैंगस्टर कैसे बना? पड़ताल इसकी भी की जाएगी कि जिसके हाथ में स्क्रू ड्राइवर रहता था उसने AK-47 तक पहुंचने की यात्रा कैसे की.
अमन साहू के नाम से कांपते थे कोयलाचंल के कारोबारी
इस अपराधी में ऐसा क्या था कि झारखंड के काले हीरे (कोयला) के कारोबारी कांपते थे. झारखंड का कुख्यात डॉन अमन साहू राजधानी रांची से महज कुछ किलोमीटर दूर मतबे गांव में रहता था. बचपन में वो नक्सलियों के संपर्क में आया. कई बार झारखंड के बीहड़ों में भी भटका. और यहीं से इसके अपराधी बनने की कहानी शुरू हुई.
जेल से ही बिश्नोई के संपर्क में आया था अमन साहू
जैसे-जैसे इसका दबदबा बढ़ता गया. उसने अपना गैंग बनाना शुरू किया. और रातों रात एक मामूली लड़के से डॉन बनने का सफर तय किया. अमन साहू जेल में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के संपर्क में भी आया. लॉरेंस उसे हथियार देता था और बदले में अमन उसे सस्ते सुपारी किलर देता था.
अमन साहू की मां ने बताया कैसे वो अपराध की दुनिया में आया
अमन के जुर्म की दुनिया में पहला कदम रखने की कोई पुख्ता जानकारी तो नहीं थी. लेकिन मां ने अंदाजा लगाकर बताया कि सबकुछ रांची से महज कुछ किलोमीटर दूर पतरातू से शुरू हुआ. ये ऐसा नाजुक मोड़ था जिसकी दहलीज पर खड़े होकर अमन ने जुर्म के दरवाज़े पर दस्तक दे दी. अमन की मां की नजर में उसका बेटा मासूम था लेकिन पुलिस की नजर में एक खतरनाक अपराधी.
सिंगापुर से अजरबैजान तक जुड़े थे अमन साहू के तार
अमन के तार सिंगापुर से लेकर अजरबैजान तक जुड़े थे. पुलिस उसके नेटवर्क से इतना डरती थी कि बार-बार उसका जेल से ट्रांसफर करती थी. अमन को सोशल मीडिया में छाने का अजब शौक था. लॉरेंस गैंग की तर्ज पर वो भी हर अफराध का अपडेट सोशल मीडिया पर देता था. सोशल मीडिया के जरिए ही कारोबारियों को धमकी देता था, पैसे नहीं मिलने पर हत्या और अपहरण जैसी घटनाओं को अंजाम देता था.
जब पुलिस ज्यादा सख्त होती थी तो अमन साहू का गैंग खाकी वर्दी पर हमले करता था. अमन साहू से जेलर भी कांपते थे.
गैंगस्टर के अपराध का सूर्यास्त कब और कैसे हुए, देखें आज शो में
एक मामूली फोन रिपेयर करने वाला लड़का टेक सैवी कैसे हुआ? उसने वर्चुअल वर्ल्ड में कब एंट्री की? इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी का कोर्स करने वाले इस गैंगस्टर के अपराध का सूर्यास्त कब और कैसे हुआ. इन्हीं सवालों का जवाब जानने के लिए देखिए NDTV का क्राइम थ्रिलर शो ‘इंटर स्टेट-गैंगस्टर’ हर शनिवार रात 10.27 बजे और रविवार रात 11 बजे.
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