Deva Gurjar murder: हर पल साया की तरह साथ रहने वाला दोस्त ही निकला Deva Gurjar का कातिल

कोटा। तीन दिन पहले कोटा (kota) के रावतभाटा (Rawatbhata) में हुए देवा गुर्जर की निर्मम हत्या (Deva Gurjar murder) का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। देवा की हत्या में उसका खास दोस्त शामिल रहा है। पुलिस ने चार हत्यारोपियों की गिरफ्तारी का दावा किया है। सोमवार को करीब डेढ़ दर्जन हमलावरों ने देवा गुर्जर की हत्या कर दी थी। इसके बाद हजारों की संख्या में लेाग सड़क पर उतर आए थे। कोटा मंगलवार को जल उठा था। आगजनी और बवाल की वजह से कानून-व्यवस्था को संभालने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी।

देवा का वीडियो शूट करने वाला ही निकला हत्यारा

चित्तौड़ पुलिस के अनुसार देवा गुर्जर का हत्यारा उसका खास दोस्त ही था। इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी बाबूलाल गुर्जर (Babulal Gurjar) परिवार के सदस्य की तरह था। पुलिस ने बताया कि देवा ने ही कुछ महीने पहले बाबूलाल को अपने साथ रखना शुरु किया था। वह हर पल देवा के साथ ही रहता था। उसके लिए वीडियो बनाता था। परिवार के हर काम में बाबू गुर्जर साथ ही रहता था। देवा गुर्जर की लगभग हर जानकारी बाबू गुर्जर को थी। उसने ही अपने साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया।

डेढ़ दर्जन लोगों ने कर दी Deva Gurjar murder

रावतभाटा (Rawatbhata) क्षेत्र में हिस्ट्रीशीटर देवा गुर्जर की हथियारबंद बदमाशों ने सोमवार की शाम को हत्या कर दी। इस हत्याकांड के बाद क्षेत्र में अगाजनी और बवाल शुरू हो गया। सोमवार की शाम को कोटा के बैरियर गणेश मंदिर (Kota Ganesh mandir barrier) के पास सैलून में करीब डेढ़ दर्जन हथियार बंद लोग पहुंचे और वहां मौजूद हिस्ट्रीशीटर को मौत के घाट उतार दिया। हिस्ट्रीशीटर पर गोलियां बरसाने के साथ हथियारबंद लोगों ने लाठी-गड़ासे, फरसे और रॉड से भी बुरी तरह पिटाई कर मार डाला। वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारे फरार हो गए। उधर, हिस्ट्रीशीटर को लोकल लोगों की सहायता से अस्पताल पहुंचाया गया। यहां से कोटा के एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।

देवा गुर्जर की हत्या से पूरे क्षेत्र में दहशत और गुस्सा

हजारों लोग देवा गुर्जर के अंतिम संस्कार में हुए शामिल

रावतभाटा क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर देवा गुर्जर (Deva Gurjar) का दहशत तो था ही उसकी लोकप्रियता भी कम नहीं थी। क्षेत्र में कोटा बैरियर गणेश मंदिर के पास सोमवार की शाम को एक सैलून में वह अपने चार-पांच साथियों के साथ बैठा था। उसी दौरान जीप व कई बाइक्स पर सवार होकर करीब 15-20 हथियारबंद लोग अचानक वहां पहुंच गए।

इन लोगों को देखकर अभी देवा गुर्जर कुछ समझता कि उस पर लाठी-डंडे, फरसे और रॉड से इन लोगों ने हमला कर दिया। बुरी तरह से मारने के बाद खून से लथपथ देवा गुर्जर पर हमलावरों ने गोलियां भी बरसाईं। इसके बाद वह फरार हो गए। देवा की हत्या (Deva Gurjar murder) के बाद पूरा कोटा जलने लगा था। आगजनी और पथराव की पूरे दिन वारदातें होती रही। किसी तरह पुलिस ने कानून-व्यवस्था संभाला था। देवा के शव का जब परिजन अंतिम संस्कार करने गांव पहुंचे तो हजारों की भीड़ वहां पहले से मौजूद थी। एक लाख से अधिक लोग उसके अंतिम संस्कार में शामिल हुए।