उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने से भारी तबाही की आशंका है। उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने न्यूजएजेंसियों को बताया है कि इस तबाही में 150 लोगों के गायब होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि बचाव दल लगे हैं। लोगों को हर सम्भव सहायता पहुंचाई जा रही। लोगों को निकाला जा रहा है। उधर, देश के गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ आदि ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से बात कर हालात के बारे में जानकारी ली और हर सहायता का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत मौके पर पहुंचे हुए हैं।
उत्तराखंड में के चमोली जिले के रैनी में ग्लेशियर फटने से धौली नदी में बाढ़ आ गई है। इससे चमोली से हरिद्वार तक खतरा बढ़ गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लोगों से धैर्य बनाये रखने की अपील की है। लोगों की सहायता के लिए टोल फ्री नम्बर जारी किया गया है।
उधर, ग्लेशियर फटने की सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। चमोली जिले के नदी किनारे की बस्तियों को पुलिस लाउडस्पीकर से अलर्ट कर रही है। कर्णप्रयाग में अलकनंदा नदी किनारे बसे लोग मकान खाली करने में जुटे। पूरे प्रदेश में अलर्ट घोषित हो गया है। सभी जिलाधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी कर दिया गया है। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लोगों से पुराने वीडियो शेयर न करके और धैर्य बनाए रखने की अपील की है।
चमोली में आई आपदा के मद्देनदजर गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात की। इसके अलावा उन्होंने आईटीबीपी के डीआईजी से भी बात की।
लोग पहुंचाए जा रहे सुरक्षित जगह
सभी जिलाधिकारियों को आपदा चेतावनी भेजी गई है। जिसमें कहा गया है, ‘उत्तराखंड में नंदादेवी ग्लेशियर के एक हिस्से के टूटने की रिपोर्ट मिली है। गंगा नदी पर बसे जिलों को हाई अलर्ट पर रहने की आवश्यकता है और जल स्तर की 24 घंटे निरंतर निगरानी करने की आवश्यकता है। यदि जरूरत हो तो लोगों को बाहर निकालने और सुरक्षित स्थान पर ले जाने की आवश्यकता है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी फ्लड कंपनी को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, ‘अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं, आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नंबर 1070 या 9557444486 पर संपर्क करें।