Vande Bharat Aluminium coach: सरकार रेल यात्रियों को अत्यधिक सुविधाएं देने के लिए लगातार नए प्रयोग कर रही है। आत्मनिर्भर भारत के तहत भारत में निर्मित हो रही सेमी हाई स्पीड ट्रेनों को भी तेजी से अपग्रेड करने पर विचार चल रहा है। दरअसल, रेलवे मिनिस्ट्री की तरफ से सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए कवायद शुरू हो गई है। सरकार इसके तहत एल्यूमीनियम वंदे भारत ट्रेनों के निर्माण की तैयारी कर रही है। वंदे भारत ट्रेनों में सफर आरामदायक होने के साथ ही कम समय में पूरा हो जाता है। अब तक देश में 10 वंदे भारत ट्रेनों का संचालन अलग-अलग रूट पर किया जा चुका है। देश में योजना के अनुसार 2024 तक 400 वंदे भारत ट्रेनों का संचालन किया जाएगा
ट्रैक पर दौड़ेगी एल्यूमीनियम वंदे भारत
देश में निर्मित वंदे भारत और अधिक सुविधाओं से लैस होने वाली है। कम समय में रेल यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने वाली वंदे भारत ट्रेनों को अब एल्यूमीनियम से बनाने की तैयारी है। चेन्नई में स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) के पूर्व जीएम सुधांशु मणि ने बताया कि रेलवे की तरफ से एल्यूमीनियम वंदे भारत ट्रेनों को बनाने की तैयारी चल रही है। रेलवे द्वारा आने वाले समय में 100 एल्यूमीनियम वंदे भारत ट्रेनों के बारे में विचार चल रहा है। भारतीय रेलवे के लिए यह प्लान गेम चेंजर साबित होगा। इसके लिए हाल ही में 30 हजार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट के लिए टेक्निकल बिड प्रस्तुत की गई थी।
ट्रेनों के रफ्तार में भी होगा इजाफा
सेमी हाई स्पीड ट्रेनों के रूप में जानी जानेवाली वंदे भारत एक्सप्रेस के रफ्तार को और अधिक बढ़ाने के लिए तरह-तरह के प्रयोग किए जा रहे हैं। वंदे भारत के इनोवेटर के रूप में पहचाने जाने वाले सुधांशु मणि ने बताया कि नई तरह से तैयार होने वाली वंदे भारत की स्पीड और तेजी होगी। उन्होंने आगे बताया कि एल्यूमिनियम ट्रेन 200 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दूरी तय कर सकती है। चुकि एल्यूमिनियम ट्रेन मौजूदा ट्रेन से वजन में कम होगी, जिससे इसकी रफ्तार ऑटोमेटिकली बढ़ जाएगी
पहली बार स्लीपर कोच
अब तक चल रहे वंदे भारत ट्रेनों में स्लीपर कोच की व्यवस्था नहीं थी। रेलवे द्वारा नई वंदे भारत के लिए प्रस्तुत टेक्निकल बिड में रेलवे इक्युपमेंट का निर्माण करने वाली दो प्रमुख कंपनियों ने पार्टनरशिप के आधार पर एल्यूमिनियम ट्रेन सेट बनाने के लिए बोली लगाई हैं। बीड के अनुसार एल्युमिनियम ट्रेनों में स्लीपर कोच भी मौजूद होंगी। पहली बार वंदे भारत ट्रेन को 2019 में दिल्ली से वाराणसी के बीच चलाया गया था। इसके बाद अलग-अलग रूटों पर 10 वंदे भारत ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। रेलवे की तरफ 2022 में वंदे भारत-2.0 को पेश किया गया था। ये ट्रेनों 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रैक पर दौड़ने में सक्षम हैं लेकिन अब आने वाले सालों में एल्यूमिनियम वंदे भारत ट्रेनों में स्लीपर कोच होंगे और ये 200 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से सफर तय कर सकेंगी।
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