Vice presidential poll 2022: पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ की जीत तय, नए उप राष्ट्रपति को चुनने के लिए मतदान जारी

Vice presidential poll 2022: दोनों सदनों के संसद सदस्य भारत के अगले उपराष्ट्रपति के चुनाव (Vice presidential poll ) में शनिवार को मतदान कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह समेत तमाम दिग्गज अपना वोट डाल चुके हैं।उपराष्ट्रपति पद के लिए NDA उम्मीदवार जगदीप धनखड़( NDA candidate Jagdeep Dhankhar) और विपक्षी उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा( Margaret Alva) के बीच मुकाबला है।
हालांकि, विपक्षी एकता तार-तार होने के बाद यह तय हो चुका है कि एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को आसान जीत मिलेगी। NDA के पक्ष में संख्या बल है जबकि विपक्ष बिखर चुका है। ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने अल्वा के नाम पर निर्णय लेते समय उनसे नहीं पूछे जाने का आरोप लगाते हुए मतदान से दूर रहने का फैसला कर लिया था। हालांकि, ममता बनर्जी का यह ऐलान असम के मुख्यमंत्री और पूर्वोत्तर के बीजेपी के रणनीतिकार हिमंत बिस्वा सरमा से मुलाकात के बाद हुआ।

11 अगस्त हो उप राष्ट्रपति लेंगे शपथ

मनोनीत सदस्यों सहित लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने के पात्र होते हैं। संसद में सदस्यों की मौजूदा संख्या 788 है। जीत के लिए 390 से अधिक वोट चाहिए। नए उपराष्ट्रपति 11 अगस्त को पद की शपथ लेंगे।

जानिए पूरी डिटेल्स

80 वर्षीय अल्वा कांग्रेस की दिग्गज हैं। उन्होंने राजस्थान और उत्तराखंड के राज्यपाल के रूप में कार्य किया है। जबकि 71 वर्षीय धनखड़ समाजवादी पृष्ठभूमि वाले राजस्थान के जाट नेता हैं। आम आदमी पार्टी और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) द्वारा विपक्षी उम्मीदवार को अपना समर्थन देने के दो दिन बाद शुक्रवार को अल्वा को क्षेत्रीय पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) का भी समर्थन मिला था। एआईएमआईएम ने भी अल्वा को अपना समर्थन दिया है। जनता दल (यूनाइटेड), वाईएसआरसीपी, बसपा, अन्नाद्रमुक और शिवसेना जैसे कुछ क्षेत्रीय दलों के समर्थन से एनडीए उम्मीदवार को 515 से अधिक वोट मिलने की संभावना है, जो उनके लिए एक आसान जीत के लिए पर्याप्त है।

अल्वा को अब तक अपनी उम्मीदवारी के लिए पार्टियों द्वारा घोषित समर्थन से 200 से अधिक वोट मिलने की संभावना है। लोकसभा में 23 और राज्यसभा में 16 सांसदों वाली तृणमूल कांग्रेस ने उपराष्ट्रपति चुनाव से दूर रहने का फैसला किया था।