अर्पिता मुखर्जी की डॉयरी में छिपे राज से ममता बनर्जी तक पहुंचेगी जांच की आंच, पार्थ चटर्जी सहित कईयों की बढ़ी मुश्किलें…

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल (West Bengal) के मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) के साथ साथ ममता बनर्जी पर भी शिंकजा कसता नजर आ रहा है। अब उनके एक और खास विधायक माणिक भट्टाचार्य को भी ईडी ने तलब किया है। शिक्षक भर्ती घोटाले के समय विधायक माणिक भट्टाचार्य शिक्षा आयोग के अध्यक्ष थे।

उधर, एक तरफ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने अपने खास मंत्री से मुंह मोड़ लिया है, दूसरी ओर ईडी को शिक्षक भर्ती घोटाले (WB Jobs Scam) में लगातार पुख्ता सबूत हासिल हो रहे हैं। ईडी सूत्रों की मानें तो भर्ती घोटाले से जुड़ी एक महत्वपूर्ण डायरी हाथ लगी है। इस डायरी के एक दर्जन से अधिक पन्नों में अवैध लेन देन का कच्चा-चिट्ठा है। जानकार बताते हैं कि डायरी के माध्यम से ईडी अभी कई और अहम लोगों तक पहुंच सकती है। डायरी मिलने के बाद पश्चिम बंगाल की राजनीति में और भूचाल आने की आशंका जताई जा रही है।

डायरी जिससे सत्ता के गलियारे में फुसफुसाहट

मीडिया रिपोर्ट्स में ED के हवाले से कहा गया है कि जांच अधिकारियों को एक डायरी मिली है जो शिक्षक घोटाले से जुड़ी कई अहम कड़ियों को जोड़ रही है। 40 पन्नों की इस डायरी में शिक्षक घोटाले से जुड़ी एंट्रीज हैं। ईडी के अनुसार 40 पन्नों में अकेले 16 पन्नों पर तो पैसों की लेन देन का ही जिक्र है।

प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों को डायरी के अलावा एक लिफाफा भी मिला है। हायर एजुकेशन से जुड़े इस लिफाफा में पांच लाख रुपये कैश रखा गया था। कुछ अन्य डॉक्यूमेंट्स मिले हैं जिसमें दो कंपनियों में रकम ट्रांसफर के सबूत हैं। ED का मानना है कि इन्हीं कंपनियों के जरिए घोटाले की रकम ट्रांसफर की गई है। जांचकर्ताओं को ग्रुप D स्टाफ के एडमिट कार्ड भी मिले हैं।

मंत्री और उनकी सहयोगी से पूछताछ के बाद समन

ईडी ने मंगलवार को शिक्षक भर्ती घोटाला के सिलसिले में गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी कथित सहयोगी अर्पिता मुखर्जी से पूछताछ की है। इस पूछताछ के बाद ईडी ने टीएमसी विधायक और पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (डब्ल्यूबीबीएसई) के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य को भी समन जारी किया।

पार्थ चटर्जी को एम्स भुवनेश्वर में मेडिकल चेकअप के बाद मंगलवार की सुबह 6.30 बजे वापस कोलकाता लाया गया था। यहां से उन्हें सीधे सीजीओ परिसर में ईडी कार्यालय ले जाया गया। फिर पूछताछ किया गया।