खेल में उम्र कोई मायने नहीं रखती, जरूरी होता है तो सिर्फ हौसला। हौसला इस बात का कि कम से कम अपने आपको इस तरीके से मांज सकें कि खुद को आगे बढ़ा सकें। ऐसी ही कहानी है पांच साल की एक छोटी सी बच्ची की जो बेहद कम उम्र में टेबल टेनिस में बड़े-बड़े लोगों को भी मात दे देती है। जी हां, टेबल टेनिस खेल के प्रति उसकी लगन ही कुछ ऐसी है कि अब यह नन्ही खिलाड़ी खुद को राज्य स्तर के लिए तैयार कर रही है।
गेंद पर से नहीं फिसलती ग्रेस की नजर
5 साल की ग्रेस का टेबल टेनिस खेल के प्रति ऐसा अनुशासन है कि गेंद पर से उसकी नजर नहीं फिसलती और जिद ऐसी कि कड़े अभ्यास से पीछे नहीं हटती। दिल्ली की रहने वाली ग्रेस ने महज चार साल की उम्र में टेबल टेनिस के रैकिट से दोस्ती कर ली।
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स्कूली स्तर पर अपने नाम की मचाई धूम
पहले भाई के साथ शुरुआती स्तर पर खुद को आगे बढ़ाया और अब बेहद संजीदा तरीके से पीतमपुरा स्थित टेबल टेनिस अकादमी में इस खेल की बारीकियों से दो-चार हो रही है। ग्रेस ने स्कूली स्तर पर अपने नाम की धूम मचाई है और अब वो राज्य स्तर पर खेलने की तैयारी कर रही है। एक ऐसी उम्र जब बच्चे को सही गलत का अंदाजा नहीं रहता। उस उम्र में ग्रेस इस खेल में अपने शॉट्स को बखूबी गिनाती है।
जाहिर तौर पर किसी खेल में कुछ कर गुजरने के लिए लगन और छोटी उम्र से जुड़ने की जरूरत होती है लेकिन सबसे बड़ी बात खुद पर विश्वास की होती है और इस विश्वास को हिम्मत खेलो इंडिया से मिली है जिसका छोटी उम्र से खिलाड़ियों को पदक के लिए तैयार करना लक्ष्य है।
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