भगवान दादा के कई दोस्त थे, जो उनके खर्चे पर पार्टी करते थे। शराब पीते थे। धीरे-धीरे उन्होंने भी उनका साथ छोड़ दिया। आर्थिक तंगी से जूझ रहे भगवान दादा को अपना बंगला और कारें बेचनी पड़ीं।
भगवान दादा के कई दोस्त थे, जो उनके खर्चे पर पार्टी करते थे। शराब पीते थे। धीरे-धीरे उन्होंने भी उनका साथ छोड़ दिया। आर्थिक तंगी से जूझ रहे भगवान दादा को अपना बंगला और कारें बेचनी पड़ीं।