जगद्गुरु शंकराचार्य ने सोमवार को यहां कहा कि वर्ष 2013 में पवित्र केदारनाथ में जो जल प्रलय आया था, वह प्रकृति की बड़ी चेतावनी थी। उस जल प्रलय में हजारों लोग मारे गये, तमाम लापता हो गये और आद्य शंकराचार्य भगवान की समाधि भी जल प्रवाह में बह गयी थी, फिर भी हम सजग नहीं हुये।
Dhauli Ganga
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, ‘अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं, आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नंबर 1070 या 9557444486 पर संपर्क करें।