जगद्गुरु शंकराचार्य ने सोमवार को यहां कहा कि वर्ष 2013 में पवित्र केदारनाथ में जो जल प्रलय आया था, वह प्रकृति की बड़ी चेतावनी थी। उस जल प्रलय में हजारों लोग मारे गये, तमाम लापता हो गये और आद्य शंकराचार्य भगवान की समाधि भी जल प्रवाह में बह गयी थी, फिर भी हम सजग नहीं हुये।