चमोली जल प्रलय की वजह सिर्फ एक है और वह है सरकारों की हठवादिता। केंद्र में सरकार चाहे कांग्रेसनीत रही हो या भाजपानीत। सभी ने प्रकृति के साथ छेड़छाड़ किया। वैज्ञानिकों के सुझाव तक को अमान्य कर दिया। इसका सबसे पहले प्रभाव 2013 में दिखा था जब पवित्र केदारनाथ में जल प्रलय आया था।
Rishiganga
अगर कुछ माह पहले वैज्ञानिकों की चेतावनियों पर जिम्मेदार ध्यान दे दिए रहते तो शायद तबाही का यह मंजर न देखने को मिलता।