Bundelkhand Loktantrik Party: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले यूपी की राजनीति में एक और नए दल की एंट्री हो गई है। प्रदेश के पूर्व पुलिस प्रमुख ने नई पार्टी बनाकर राजनीति में प्रवेश कर लिया है। पूर्व डीजीपी ने बुंदेलखंड को फोकस करते हुए राजनीतिक गतिविधियों को तेज करने का इशारा किया है। यूपी पुलिस के पूर्व प्रमुख सुलखान सिंह ने ऐलान किया कि उनकी पार्टी का नाम बुंदेलखंड लोकतांत्रिक पार्टी होगी।
प्रदेश के तेज तर्रार अधिकारी माने जाते हैं सुलखान सिंह
राजनीतिक दल बनाने वाले प्रदेश के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह की गिनती तेज तर्रार पुलिसवाले के रूप में होती है। पार्टी का ऐलान करते हुए उन्होंने मीडिया से कहा कि बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाने के उद्देश्य से वह राजनीति में आए हैं। नई पार्टी का नाम बुंदेलखंड लोकतांत्रिक पार्टी होगी। पार्टी का राजनीतिक दल के रूप में चुनाव आयोग में जल्द रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा।
कैसा होगा नया बुंदेलखंड राज्य?
पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सात और मध्य प्रदेश के आठ जिलों को मिलाकर एक अलग राज्य बुंदेलखंड की मांग है। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड राज्य में 15 जिले होंगे।सुलखान सिंह ने कहा कि वह अकेले ही बुंदेलखंड लोकतांत्रिक पार्टी बनाकर बुंदेलखंड के अलग राज्य को बनाने को लेकर अलख जगायेंगे। राजनीतिक दलों पर आरोप लगाते हुए सुलखान सिंह ने कहा कि राजनेताओं की महत्वाकांक्षा छोटे राज्य बनने से रोक रही हैं। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ताधारियों की हनक की वजह से बड़े-बड़े आंदोलन फीके पड़ जाते हैं तो फिर पिछड़े बुंदेलखंड के लोग किसी आंदोलन को लंबे समय तक चलने में कैसे समर्थ हो सकते हैं?
डीजीपी ने कहा कि दोनों राज्य के 15 जनपदों में बंटे बुंदेलखंड क्षेत्र को गांव-गांव जाकर जनसंपर्क अभियान चलाने के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड राज्य को लेकर यहां के निवासियों में जागरूकता और जन भावना विकसित करने की जरूरत है।
कौन हैं सुलखान सिंह?
सुलखान सिंह, यूपी कॉडर के 1980 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं। वह यूपी के बांदा के रहने वाले हैं। सुलखान सिंह का जन्म 8 सितंबर 1957 में हुआ था। सुलखान की शुरुआती शिक्षा बजरंग इंटर कॉलेज में हुई। उन्होंने आईआईटी रुड़की से सिविल इंजीनियरिंग की है। सुलखान ने लॉ भी किया है। वह यूपी के डीजीपी पद से रिटायर हुए हैं।