- दलित युवती को खौलते तेल की कड़ाही में फेंका
- युवती बुरी तरह से झुलसी
- दिल्ली के अस्पताल में जीवन-मौत से जूझ रही युवती
- बागपत जिले में तेल मिल के मालिक की दरिंदगी
- पुलिस ने तीन लोगों को किया अरेस्ट
Dalit teen put into boiling oil cauldron: यूपी में रेप का विरोध करने पर एक दलित युवती को खौलते तेल की कड़ाही में फेंक दिया। यह हृदयविदारक घटना राज्य के बागपत जिले की है। युवती बुरी तरह से झुलस गई है। इलाज के लिए उसे दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टर्स ने हालत क्रिटिकल बताई है। मिल मालिक सहित तीन आरोपियों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है।
दरअसल, बागपत के धनौरा सिल्वरनगर गांव में ऑयल मिल है। इस मिल में तमाम महिलाएं और युवतियां काम करती हैं। पीड़िता भी इसी मिल में काम करती थी। 18 वर्षीय युवती के भाई ने बताया कि काम के दौरान उसकी बहन को मिल मालिक और दो अन्य उसे परेशान करने लगे। उसकी बहन ने छेड़छाड़ का विरोध किया तो जातिसूचक शब्दों के साथ गालियां बकने लगे।
तीनों मौके से फरार
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पीड़िता को मिल मालिक और दो अन्य ने यौन उत्पीड़न की कोशिश की, जब उसने विरोध किया तो खौलते तेल की कड़ाही में उसे डाल दिया। इस घटना के बाद तीनों मौके से फरार हो गए। आनन फानन में युवती को स्थानीय अस्पताल में लाया गया। लेकिन यहां डॉक्टर्स ने उसे रेफर कर दिया। इसी दौरान पुलिस प्रशासन भी सक्रिय हुआ। बिना देर किए युवती को दिल्ली के एक अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया।
पुलिस को अस्पताल में दिए गए बयान में युवती ने बताया कि आरोपियों ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया। जातिसूचक गालियां दी और विरोध करने पर खौलते तेल की कड़ाही में फेंक दिया।
युवती की गंभीर स्थिति, डॉक्टर्स की निगरानी में रखा गया
डॉक्टर्स के अनुसार, युवती का आधा से अधिक शरीर बुरी तरह से झुलस चुका है। हाथ-पैर सहित कई अंग गंभीर रूप से जले हुए हैं। उसको डॉक्टर्स की निगरानी में रखा गया है।
उधर पुलिस ने बताया कि युवती के भाई की तहरीर मिलने के बाद केस दर्ज कर लिया गया है। तीनों आरोपियों मिल मालिक प्रमोद, उसके सहयोगी राजू और संदीप को अरेस्ट कर लिया गया है। पुलिस ने हत्या के प्रयास, एससी/एसटी एक्ट सहित अन्य कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है।