कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को उड़ान का लाइसेंस मिलते ही विदेशी एयरलाइंस कंपनियों ने दिखाई रुची

गोरखपुर। कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को उड़ान के लिए लाइसेंस मिलते ही एयरलाइंस कंपनियां तेज हो गई हैं। थाईलैंड से उड़ान शुरू करने के लिए वहां की बैंकॉक एयरवेज ने एयरपोर्ट निदेशक से संपर्क साधा है। जल्द ही सर्वे के लिए टीम भेजने की बात कही है। घरेलू विमानन कंपनियों ने भी बातचीत शुरू कर दी है।

तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों को मिलेगा लाभ

कुशीनगर उत्तर प्रदेश के उत्तर-पूर्वी हिस्से में स्थित है और गोरखपुर से 50 किलोमीटर पूर्व में है। साथ ही यह प्रमुख बौद्ध तीर्थ स्थलों में से एक भी है। इसलिए माना जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ान से स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति देने के साथ-साथ तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों की यात्रा भी सुविधाजनक हो जाएगी।

बौद्ध स्थल पर जाने वाले यात्रियों को होगी सुविधा

कुशीनगर एयरपोर्ट श्रावस्ती, कपिलवस्तु, लुंबिनी (कुशीनगर खुद एक बौद्ध सांस्कृतिक स्थल है) जैसे बौद्ध सांस्कृतिक स्थलों के निकट स्थित है और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से यात्रियों के लिए संपर्क में सुधार होगा, साथ ही उन्हें प्रतिस्पर्धी लागत वाले यात्रा के ज्यादा विकल्प मिलेंगे।

सर्वे के लिए थाई टीम जल्द आएगी भारत

बैंकांक एयरवेज के निदेशक अप्रवासी भारतीय कमलेश चन्द ने बुधवार को एयरपोर्ट निदेशक एके द्विवेदी से मोबाइल फोन पर बातचीत की। लाइसेंस मिलने की बधाई देते उन्होंने खुशी जाहिर की। उन्होंने फोन पर बेसिक जानकारी हासिल की और सर्वे के लिए थाई टीम को जल्द रवाना करने की बात कही।

घरेलू विमानन कंपनियों से भी बातचीत जारी

इसके अलावा घरेलू विमानन कंपनियों में स्पाइस जेट व इंडिगों के अधिकारियों ने भी उड़ान के लिए बातचीत शुरू कर दी है।
लाइसेंस मिलने के एक पखवारे पूर्व एयरपोर्ट निदेशक ने विमानन कंपनियों को उड़ान के लिए आमंत्रण पत्र भेजा था जिसके सकारात्मक परिणाम आने शुरू हो गए हैं। कंपनियां अब सर्वे के माध्यम से एयरपोर्ट की स्थिति, मौजूदा संसाधन, उड़ान के अनुरूप यात्रियों की संख्या आदि बिंदुओं पर सर्वे करने के बाद फ्लाइट संचालन की योजना बनायेंगी।

जल्दी विदेशी विमान करेंगे लैंड

एयरपोर्ट निदेशक एके द्विवेदी ने बताया कि बिहार के बेतिया, चंपारण, बगहा, सिवान, गोपालगंज व छपरा व उप्र के देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, बलिया के यात्रियों के लिए कुशीनगर एयरपोर्ट काफी मुफीद है। खाड़ी व बौद्ध देशों के यात्री भी लंबे समय से उड़ान का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एक समय अवधि के भीतर सब व्यवस्थित हो जाएगा। घरेलू व अंतर्राष्ट्रीय उड़ान होने लगेंगी।