गोरखपुर। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह क्षेत्र गोरखपुर में पुलिस जनप्रतिनिधियों के नाम पर गाड़ियों पर स्टिकर लगाकर घूमने वाले परिजन या परिचितों को सबक सीखा रही है। एक सप्ताह में गोरखपुर पुलिस ने एक एमएलसी, एक पूर्व विधायक व एक पूर्व मंत्री के नाम वाले स्टिकर लगी गाड़ियों को सीज किया है।
पूर्व विधायक अमन मणि का स्टिकर लगी कार
सबसे ताजा मामला सोमवार यानी 19 फरवरी का है। शाम को नौतनवां के पूर्व विधायक अमन मणि त्रिपाठी का पास लगी एक कार कलेक्ट्री चौराहा पर दिखा। एसपी सिटी ने कार को चेक कराया। शहर में घूम रहा कार मणि परिवार के खास नौतनवां के पूर्व चेयरमैन गुड्डू खान के भतीजा का था। कार में गुड्डू खान के भतीजा आकिब कार पर पूर्व विधायक अमनमणि त्रिपाठी का स्टिकर लगाया है। पुलिस ने कार में बैठे परिवार को घर पहुंचवाने के बाद कार को सीज कर दिया। अमनमणि त्रिपाठी, निर्दलीय विधायक 2017 में चुने गए थे, बाद में बीजेपी के साथ हो गए थे।
पूर्व विधायक जीएम सिंह का स्टिकर बेटा लगा घूम रहा था
बीते 13 फरवरी को गोरखपुर पुलिस ने सहजनवां के पूर्व विधायक व पूर्व मंत्री रह चुके जीएम सिंह के नाम का स्टिकर लगी गाड़ी को सीज किया। पुलिस ने बताया कि कार में जीएम सिंह का बेटा और अन्य चार लोग थे। विधायक का गलत स्टिकर और पास लगाया हुआ था। एक युवक को पुलिस ने जेल भी भेज दिया। जीएम सिंह, बीजेपी में हैं।
बीजेपी एमएलसी रतनपाल सिंह के भतीजा का कार भी सीज
इसी तरह 18 फरवरी को पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बीजेपी एमएलसी रतनपाल सिंह का स्टिकर लगाकर घूम रहे उनके भतीजा की गाड़ी को सीज कर दिया। कैंट पुलिस ने रतनपाल सिंह के भतीजा की गाड़ी को सीज कर दिया। गोरखपुर विवि के पूर्व अध्यक्ष रह चुके रतनपाल सिंह, वर्तमान में बीजेपी के टिकट पर देवरिया-कुशीनगर विधानसभा परिषद सदस्य हैं।
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