बाहुबली जिसने PM Modi को उनके गढ़ में दी चुनौती, योगी बाबा का बुलडोजर भी न आया काम, जीत का बजाया डंका

वाराणसीUP MLC Election Result 2022: वाराणसी लोकल बॉडीज एमएलसी चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी के गढ़ बनारस में बीजेपी को जोरदार झटका लगा है। बीजेपी को यहां करारी हार का सामना करना पड़ा है। विश्व की नंबर वन पार्टी के प्रत्याशी को तीसरे नंबर से संतोष करना पड़ा है। बनारस की इस सीट से बाहुबली बृजेश सिंह (Brijesh Singh) की पत्नी अन्नपूर्ण सिंह भारी अंतर से जीत हासिल की है। बाहुबली के परिवार को इस सीट पर 24 सालों से कब्जा है जिसे देश की सत्ता शीर्ष पर बैठे लोग भी नहीं तोड़ सके हैं।

पहले राउंड से ही बनाई बढ़त और फिर एकतरफा जीत

वाराणसी में विधान परिषद सदस्य चुनाव के लिए वोटों की गिनती मंगलवार की सुबह आठ बजे शुरू हुई। वाराणसी सीट से निर्दल प्रत्याशी बाहुबली Brijesh Singh की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह ने जीत हासिल की है। वाराणसी, भदोही और चंदौली में बनाए गए 26 बूथों पर शनिवार को 98.525 मतदान दर्ज किया गया था। पहले चक्र की गणना यानी प्रथम वरीयता के मतों की गणना के बाद निर्दलीय अन्नपूर्णा सिंह को 2058 मत, समाजवादी पार्टी के उमेश यादव को 171 मत और बीजेपी प्रत्याशी सुदामा पटेल को 103 मत हासिल हुए हैं।

अंतिम चक्र की मत गणना के उपरांत परिणाम

  • उमेश यादव (सपा) – 345 मत
  • डॉ सुदामा पटेल (भाजपा) – 170 मत
  • अन्नपूर्णा सिंह (निर्दलीय)- 4234 मत
  • निरस्त मतपत्र – 127
  • कुल – 4876
  • निरस्त मत को हटाते हुए कुल वैद्य मत = 4749
  • जीत को आवश्यक कोटा = (4749/2) + 1 = 2375
  • अन्नपूर्णा सिंह निर्धारित कोटा से ज्यादा मत प्राप्त कर विजयी हुई।

बीजेपी को नहीं मिल रहा था प्रत्याशी

पिछले ढाई दशक से वाराणसी एमएलसी सीट पर बाहुबली बृजेश सिंह (Brijesh Singh) के परिवार का कब्जा है। 2016 के एमएलसी चुनाव में निर्दलीय बृजेश सिंह खुद मैदान में उतरे थे, जिन्हें बीजेपी का समर्थन मिला था जिसकी बदौलत उन्होंने जीत हासिल की। इस बार बीजेपी ने सुदामा पटेल पर दांव लगाया, लेकिन वाराणसी की जेल में बंद बृजेश सिंह ने अपनी पत्नी को निर्दलीय उतारकर बीजेपी को मात दे दी।

Brijesh Singh का वर्चस्व 24 सालों से कायम

वाराणसी की एमएलसी सीट पर दो बार बृजेश सिंह (Brijesh Singh) के भाई उदयनाथ सिंह उर्फ चुलबुल सिंह बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं। चुलबुल सिंह के बाद बृजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह ने 2010 में बसपा के टिकट पर जीत हासिल की थी। फिर पिछले चुनाव में खुद बृजेश सिंह ने बतौर निर्दलीय प्रत्याशी जीत हासिल की थी। इस तरह से पिछले 24 साल से इसी परिवार का इस सीट पर कब्जा है। बाहुबली बृजेश सिंह ने जेल के भीतर से ही पत्नी के चुनाव जीतने की पूरी रणनीति तय की और उसमें वो सफल भी रहे। इस तरह बाहुबली बृजेश ने अपनी ताकत का एहसास भी करा दिया है।

बाहुबली का भतीजा बीजेपी से विधायक

बाहुबली बृजेश सिंह का भतीजा और स्व. चुलबुल सिंह के बड़े बेटे सुशील सिंह बीजेपी से विधायक हैं। विधानसभा चुनाव 2022 में सुशील सिंह ने चंदौली की सैयदराजा सीट पर दोबारा जीत हासिल की है। उन्होंने लगातार चार बार विधानसभा चुनाव जीतकर इतिहास रचा है। सुशील ने अपने राजनीतिक जीवन में पांच विधानसभा चुनाव लड़ा है जिसमें केवल पहला चुनाव हारे बाकि चारों में उन्होंने जीत मिली।

Brijesh Singh के बड़े भाई चुलबुल ने 1995 में राजनीति में कदम रखा और सफल रहे

वाराणसी के चौबेपुर क्षेत्र के धौरहरा गांव के मूल निवासी बृजेश सिंह के परिवार से राजनीति में सबसे पहले उनके बड़े भाई उदयनाथ सिंह उर्फ चुलबुल सिंह आए। वो 1995 में सेवापुरी क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य चुने गए। इसके बाद वो जिला पंचायत अध्यक्ष रहे। फिर वाराणसी सीट से दो बार MLC चुने गए। भाजपा से जुड़े चुलबुल सिंह ने त्रि-स्तरीय पंचायत चुनावों पर अपनी ऐसी पकड़ बनाई कि उन्हें इसका चाणक्य कहा जाता था। उनका घर यानी कपसेठी हाउस का अब दबदबा है। वर्ष 2018 में चुलबुल सिंह का निधन हो गया। चुलबुल सिंह की पत्नी गुलाबी देवी भी 3 बार क्षेत्र पंचायत सदस्य चुनी जा चुकी हैं।

बृजेश के परिवार का राजनीति में दखल रसोइया तक को मिल चुकी है जीत

सुशील की पत्नी किरन सिंह 2000 से 2005 तक वाराणसी जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। सुशील सिंह के छोटे भाई सुजीत सिंह उर्फ डॉक्टर भी वाराणसी जिला पंचायत के अध्यक्ष रह चुके हैं। सुजीत की पत्नी इंदू सिंह तीन बार सेवापुरी ब्लाक की प्रमुख रही हैं। यही नहीं त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में बृजेश सिंह के परिवार के दबदबे का आलम ये कि पिछले साल ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में इस परिवार की रसोइया तक ब्लाक प्रमुख चुन ली गईं।

सेवापुरी ब्लॉक से बृजेश सिंह के छोटे भतीजे सुजीत सिंह की पत्नी इंदू सिंह तीन बार प्रमुख चुनी गईं थीं। वर्ष 2021 में हुए त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में सेवापुरी ब्लॉक प्रमुख का पद आरक्षित हो गया। ऐसे में कपसेठी हाउस (बृजेश सिंह के बड़े भाई चुलबुल सिंह का घर) में रसोइया का काम देखने वाली रीना कुमारी को भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित किया और वह ब्लॉक प्रमुख चुन ली गई।

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