December 25, 2024

Day: October 21, 2024

NDTV ग्लोबल समिट में पीएम मोदी ने कहा कि 10 साल में बहुत हुआ लेकिन ये काफी नहीं…2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना अब एक आंदोलन बन गया.

एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2024 – द इंडिया सेंचुरी (NDTV World Summit 2024 – The India Century) में यूनाइटेड किंगडम (यूके) के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने भारत की जमकर तारीफ की. इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत इस सदी में तेजी से आगे बढ़ रहा है. हम और अधिक निवेश चाहते हैं. भारत को भी निवेश की जरूरत है.

एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में पीएम मोदी ने शिरकत करते हुए कहा कि दुनिया में मची उथल-पुथल के बीच भारत उम्मीद की एक किरण बना है. जब दुनिया चिंता में डूबी है तब भारत आशा का संचार कर रहा है. इस दौरान पीएम मोदी ने भारत की उपलब्धियों को भी जिक्र किया. साथ ही ये भी बताया कि सरकार कैसे लोगों के जीवन को बेहतर बनाने और देश को आगे ले जाने का काम कर रही है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दो दिवसीय एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में 2047 तक विकसित भारत के लिए अपना विजन साझा किया. फिर उन्होंने अपनी सरकार के तीसरे कार्यकाल के125 दिनों की उपलब्धियां गिनाईं और इस बात पर जोर दिया कि देश हर क्षेत्र में अविश्वसनीय गति से आगे बढ़ रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने बताया, “भारत में चर्चा हो रही है द इंडियन सेंचुरी, भारत की शताब्दी! भारत उम्मीद की एक किरण बना है, ऐसे समय पर जब दुनिया कई मुद्दों को लेकर चिंतित है. मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के 125 दिन पूरे हुए हैं. पहले 125 दिनों में गरीबों के लिए 3 करोड़ घर बनाने को मंजूरी दी गई है 125 दिनों में 5 लाख घरों में सोलर पैनल लगाए गए. 125 दोनों में स्टॉक मार्केट में 6% से 7% तक ग्रोथ हुआ है.”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को एनडीटीवी वर्ल्‍ड समिट की शुरुआत की। इस मौके पर पीएम ने कहा कि हमारे पास डबल एआई है। उन्‍होंने बताया कि दुनिया के और हमारे पास आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तो है ही, लेकिन भारत के पास एक दूसरा एआई (एस्पिरेशनल इंडिया) भी है। जब एस्पिरेशनल इंडिया और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की यात्रा होती है, तब विकास की गति तेज होना स्वाभाविक है।

Relationship Tips: कई बार पति पत्नी को मजाक या गुस्से में कुछ ऐसी बातें बोल जाते हैं जिनसे उनके मन को ठेस पहुंच सकती है. ऐसे में कुछ बातें कहने से पहले सोचना-समझना जरूरी है.

याचिकाकर्ता जमीयत उलमा-ए-हिंद ने SC में कहा कि इस कार्रवाई से अल्पसंख्यकों के शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना और प्रबंधन के अधिकार का उल्लंघन होता है. दरअसल, NCPCR ने यूपी और त्रिपुरा राज्यों को दो पत्र लिखे थे.

Copyright © asianownews.com | Newsever by AF themes.