नई दिल्ली। केंद्रीय राजनीति में ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) ने फिर से एंट्री की है। इस बार वह पार्लियामेंट्री बोर्ड की मुखिया बनकर मास्टर स्ट्रोक चली हैं। टीएमसी संसदीय दल का नेता ममता बनर्जी को चुना गया है। राज्य के साथ-साथ अब पॉर्लियामेंट्री बोर्ड भी ममता संभालेंगी। केंद्र सरकार अब अगर पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक बुलाती है तो सभी नेताओं के साथ ममता भी जा सकेंगी।
राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने यह जानकारी देते हुए बताया कि संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष के लिए ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) से उपयुक्त कोई नाम नहीं था। वह सात बार सांसद रहीं हैं। उनके विजन से केंद्रीय राजनीति में फायदा होगा और पार्टी मजबूत होगी।
25 जुलाई को दिल्ली में डेरा डालेंगी ममता
संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष चुने जाने के बाद ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) का 25 जुलाई को दिल्ली दौरा संभावित है। वह यहां पीएम मोदी से मिलेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने को समय उनको मिल चुका है। ममता बनर्जी ने कहा कि वह राष्ट्रपति से भी मिलेंगी। इसके अलावा ममता बनर्जी विपक्ष के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगी।
लोकसभा चुनाव में मोदी को चुनौती देने के लिए बन रही रणनीति
बीते दिनों पेगासस जासूसी कांड पर ममता बनर्जी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने ऐलान किया था कि बंगाल के बाद अब राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी को सत्ता से बाहर कराएंगी। कहा था कि भाजपा को पूरे देश से साफ करने का खेला होगा।
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