October 21, 2024
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“वे एक शेर थे, उनकी लड़ाई मेरी रगों में है…’, बाबा सिद्दिकी की मौत पर बोले जीशान सिद्दीकी​

जीशान ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘उन्होंने हमेशा के लिए मेरे पिता का मुंह बंद कर दिया.लेकिन वे भूल गए - वह एक शेर थे और मैं उनकी दहाड़ को अपने भीतर रखता हूं, उनकी लड़ाई मेरी रगों में है.वह न्याय के लिए खड़े हुए, बदलाव के लिए लड़े और अडिग साहस के साथ तूफानों का सामना किया.’’

जीशान ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘उन्होंने हमेशा के लिए मेरे पिता का मुंह बंद कर दिया.लेकिन वे भूल गए – वह एक शेर थे और मैं उनकी दहाड़ को अपने भीतर रखता हूं, उनकी लड़ाई मेरी रगों में है.वह न्याय के लिए खड़े हुए, बदलाव के लिए लड़े और अडिग साहस के साथ तूफानों का सामना किया.’’

राकांपा नेता बाबा सिद्दिकी के बेटे जीशान सिद्दीकी ने रविवार को कहा कि उनके पिता के हत्यारों ने ‘उन पर नज़र गड़ा दी’ लेकिन उन्हें डराया नहीं जा सकता. बाबा सिद्दिकी की पिछले दिनों गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी.

जीशान ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘उन्होंने हमेशा के लिए मेरे पिता का मुंह बंद कर दिया.लेकिन वे भूल गए – वह एक शेर थे और मैं उनकी दहाड़ को अपने भीतर रखता हूं, उनकी लड़ाई मेरी रगों में है.वह न्याय के लिए खड़े हुए, बदलाव के लिए लड़े और अडिग साहस के साथ तूफानों का सामना किया.”

They silenced my father. But they forget – he was a lion—and I carry his roar within me, his fight in my veins. He stood for justice, fought for change and withstood the storms with unwavering courage. Now, those who brought him down turn their sights on me assuming they’ve won,…

— Zeeshan Siddique (@zeeshan_iyc) October 20, 2024

उन्होंने कहा, ‘ जिन्होंने उन्हें मारा, वे अब यह मानकर मेरी ओर देख रहे हैं कि वे जीत गए हैं, मैं उनसे कहता हूं: मेरी रगों में शेर का खून दौड़ता है.मैं अब भी यहां निडर और अडिग हूं.उन्होंने एक को मार डाला, लेकिन मैं उनकी जगह पर खड़ा हूं.यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है.आज, मैं वहीं खड़ा हूं जहां वह खड़े थे: जीवित, अथक और तैयार.पूर्वी बांद्रा के मेरे लोगों के लिए, मैं हमेशा आपके साथ हूं.

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