November 15, 2024
मणिपुर के जिरीबाम में 10 कुकी उग्रवादी मारे गए, एक Crpf जवान भी जख्मी

मणिपुर के जिरीबाम में 10 कुकी उग्रवादी मारे गए, एक CRPF जवान भी जख्मी​

मणिपुर (Manipur) में सुरक्षाबलों और उग्रवादियों के बीच सोमवार को जमकर गोलियां चली हैं. सूत्रों के मुताबिक, जिरीबाम में इस मुठभेड़ में 10 संदिग्‍ध कुकी उग्रवादी (Kuki Militants) मारे गए हैं.

मणिपुर (Manipur) में सुरक्षाबलों और उग्रवादियों के बीच सोमवार को जमकर गोलियां चली हैं. सूत्रों के मुताबिक, जिरीबाम में इस मुठभेड़ में 10 संदिग्‍ध कुकी उग्रवादी (Kuki Militants) मारे गए हैं.

मणिपुर (Manipur) के जिरीबाम में सुरक्षाबलों ने एक मुठभेड़ में 10 कुकी उग्रवादियों (Kuki Militants) को मार गिराया है. इसके साथ ही सूत्रों ने जानकारी दी है कि असम की सीमा से लगे जिले में संदिग्ध कुकी उग्रवादियों के हमले में सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गया. सैनिक को असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया.

सूत्रों के मुताबिक, संदिग्ध उग्रवादियों ने आज दोपहर करीब ढाई बजे जिरीबाम जिले के बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया. उनकी ओर से कई राउंड फायरिंग की गई है, जिसका सुरक्षाबलों ने भी जवाब दिया है.

पुलिस स्‍टेशन पर दो ओर से किया हमला

उन्‍होंने बताया कि संदिग्ध कुकी उग्रवादियों ने पुलिस स्टेशन के दोनों ओर से बड़े पैमाने पर हमला किया, जिसके बाद यह मुठभेड़ शुरू हुई. सूत्रों ने बताया कि सीआरपीएफ के नेतृत्व में सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में 10 संदिग्ध आतंकवादी मारे गए हैं.

पुलिस स्टेशन के पास ही विस्थापितों के लिए एक राहत शिविर भी है. सूत्रों ने कहा कि हमलावर शिविर को भी निशाना बनाने की फिराक में थे. जिरीबाम के बोरोबेरका पुलिस स्‍टेशन को हाल के महीनों में कई बार निशाना बनाया गया है.

उग्रवादियों ने घरों में भी लगाई आग

उग्रवादियों ने बोरोबेकरा पुलिस स्‍टेशन के अंतर्गत आने वाले जकुराधोर में तीन से चार घरों में आग भी लगा दी. जकुराधोर, पुलिस स्‍टेशन से कुछ ही मीटर की दूरी पर स्थित है. इस पुलिस स्‍टेशन पर सीआरपीएफ, असम राइफल्‍स और राज्‍य बलों की तैनाती की गई है.

बता दें कि जिरीबाम के बोरोबेकरा पुलिस स्‍टेशन पर 19 अक्‍टूबर को भी कुकी उग्रवादियों ने हमला किया था. उग्रवादियों ने पुलिस स्‍टेशन पर गोलीबारी की थी और पास के एक घर में आग भी लगा दी थी.

इंफाल से करीब 250 किलोमीटर दूर जिरीबाम में मई 2023 में मैतेई-कुकी जातीय हिंसा शुरू होने के बाद से एक साल से अधिक समय तक हिंसा नहीं देखी गई. हालांकि, जून में जिले में झड़पें हुईं, जिससे दोनों समुदायों के हजार से ज्‍यादा लोगों को राहत शिविरों में रहने के लिए मजबूर होना पड़ा.

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