अमेरिका के अगले रक्षामंत्री के नाम का ऐलान डोनाल्ड ट्रंप ने कर दिया है. फॉक्स न्यूज के को-होस्ट, लेखक और पूर्व अमेरिकी सैन्य अधिकारी पीट हेगसेथ को रक्षा सेक्रेटरी के रूप में दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेना का नेतृत्व करने के लिए नामित किया गया है. उनकी आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, 44 वर्षीय पीट हेगसेथ इससे पहले नेशनल गार्ड में पैदल सेना का नेतृत्व कर चुके हैं. बतौर सैन्य अधिकारी उन्होंने इराक और अफगानिस्तान में काम किया है और उन्हें दो ब्रोंज स्टार मेडलों से सम्मानित किया जा चुका है.
US Defence Secretary Pete Hegseth: अमेरिका के अगले रक्षामंत्री के नाम का ऐलान डोनाल्ड ट्रंप ने कर दिया है. फॉक्स न्यूज के को-होस्ट, लेखक और पूर्व अमेरिकी सैन्य अधिकारी पीट हेगसेथ को रक्षा सेक्रेटरी के रूप में दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेना का नेतृत्व करने के लिए नामित किया गया है. उनकी आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, 44 वर्षीय पीट हेगसेथ इससे पहले नेशनल गार्ड में पैदल सेना का नेतृत्व कर चुके हैं. बतौर सैन्य अधिकारी उन्होंने इराक और अफगानिस्तान में काम किया है और उन्हें दो ब्रोंज स्टार मेडलों से सम्मानित किया जा चुका है.
फॉक्स न्यूज में कंट्रीब्यूटर
वह 2014 से फॉक्स न्यूज में बतौर कंट्रीब्यूटर शामिल हुए और अब फॉक्स और फ्रेंड्स वीकेंड के को-होस्ट हैं और साथ ही फॉक्स नेशन के लिए एक एंकर के रूप में भी काम करते हैं. उन्होंने कई किताबें भी लिखी हैं.
कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के पहले प्रशासन के दौरान भी अनुभवी मामलों के सचिव के पद पर चुने जाने के लिए हेगसेथ के नाम पर विचार किया गया था, लेकिन अंततः उन्हें इस पद के लिए नहीं चुना गया था.
हालांकि, अब वह पेंटागन का नेतृत्व करने वाले हैं.
अमेरिका फर्स्ट में करते हैं विश्वास
उनके नाम की घोषणा करते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट में ट्रंप ने हेगसेथ को “सख्त, स्मार्ट और अमेरिका फर्स्ट में सच्चा विश्वास रखने वाला बताया है. ट्रंप ने कहा कि “पीट के नेतृत्व में, अमेरिका के दुश्मन चौकन्ने हो गए हैं – हमारी सेना फिर से महान होगी, और अमेरिका कभी पीछे नहीं हटेगा.”
पीट हेगसेथ लेखक भी हैं
नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक लेखक के रूप में हेगसेथ की तारीफ की है. उन्होंने कहा कि उनकी पुस्तक “द वॉर ऑन वॉरियर्स” सबसे अधिक बिकने वाली किताब थी, और यह “हमारे योद्धाओं से वामपंथी विश्वासघात को दर्शाती है, और यह भी बताती है कि हम अपनी सेना को योग्यता, घातकता, जवाबदेही, और उत्कृष्टता की ओर वापस कैसे ले जा सकते हैं.”
ट्रंप से कर चुके हैं सैनिकों की पैरवी
वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, हेगसेथ की 2019 में ट्रंप से पैरवी के परिणामस्वरूप दो सेवा सदस्यों जिन पर हत्या का आरोप था, को क्षमा कर दिया गया था, और तीसरे के रैंक की बहाली हुई, जिसे इराक में एक शव के साथ पोज देने का दोषी पाया गया था.
वामपंथ के आलोचक
हेगसेथ एक आइवी लीगर हैं, जिन्होंने प्रिंसटन और हार्वर्ड दोनों से स्नातक किया है, हालांकि उनकी वेबसाइट पर बताया गया है कि उन्होंने अपनी डिग्री हार्वर्ड को वापस भेज दी थी. क्योंकि उनका आरोप था कि वहां वामपंथी झुकाव था और वे इसकी ऑन-एयर आलोचना भी कर चुके थे.
वह अपनी पत्नी और सात बच्चों के साथ दक्षिणी अमेरिकी राज्य टेनेसी में रहते हैं.
NDTV India – Latest
More Stories
दिल्ली में GRAP-3 कल से : क्या-क्या लगी पाबंदियां? एक्सपर्ट से जानिए कैसे बदल सकती है दमघोंटू हवा
प्रोडक्शन कंपनी ‘दया एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड’ के पीछे का दृष्टिकोण, बोले दयानिधि दाहिमा
आतंक के आकाओं को पता है मोदी की सरकार है, पाताल में भी नहीं छोड़ेगा : मुंबई में PM मोदी