डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी टीम में उन लोगों को खास तौर पर जगह दी है जो अमेरिका फर्स्ट की बात को सर्वोपरी मानते हैं. ट्रंप अपनी नई टीम से चीन और ईरान जैसे देशों को सीधा संदेश दे चुके हैं.
डोनाल्ड ट्रंप बतौर अमेरिकी राष्ट्रपति जनवरी में शपथ लेंगे. उनके नए कार्यकाल में उनकी टीम में कौन-कौन होंगे इसका ऐलान उन्होंने पहले ही कर दिया है. उनकी इस नई टीम में कई नए चेहरों को जगह दी गई है जबकि कई पुराने साथियों को भी उन्होंने अपने साथ रखा है. इस लिस्ट में जो नाम सबसे ज्यादा चर्चाओं में है वो है एलन मस्क का. डोनाल्ड ट्रंप ने एलन मस्क और भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी को अपने नए कार्यकाल में विशेष जिम्मेदारी देने का फैसला किया है. डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी नई टीम का ऐलान कर दुनिया के तमाम देशों को भी एक संदेश देने की भी कोशिश की है. उनकी टीम में एलन मस्क और विवेक रामास्वामी जैसे दिग्गजों की एंट्री से उनकी भविष्य की नीतियों की रूपरेखा निकल कर आ रही है.
एलन मस्क को दी गई डिपोर्टमेंट ऑफ गवर्मनमेंट एफिसंसी की जिम्मेदारी
डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी टीम में दुनिया के सबसे अमीर शख्स में से एक एलन मस्क को भी शामिल किया है. एलन मस्क को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशियेंसी की जिम्मेदारी दी गई है. ट्रंप प्रशासन ने यही जिम्मेदारी विवेक रामास्वामी को भी दी है.राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा अपनी टीम में शामिल किए जाने पर एलन मस्क ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य संघीय सरकार को 7 ट्रिलियन डॉलर के बजट से दो ट्रिलियन डॉलर की कटौती करना है. हालांकि, अभी तक ये स्पष्ट नहीं है कि आखिर मस्क ये करेंगे कैसे. वहीं, दूसरी तरफ मस्क के पास एक चुनौती ये भी होगी कि हितों के टकराव से बचते हुए वो नीतियों को कैसे तय करते हैं. ऐसा इसलिए भी क्योंकि मस्क खुद टेस्ला, स्पेसएक्स और स्टारलिंक जैसी कंपनियों के मालिक है. आपको बता दें कि मस्क और विवेक रामास्वामी को विशेष जिम्मेदारी देने का मकसद सरकारी नौकरशाही को खत्म करते हुए अतिरिक्त नियमों में कटौती करना और फिजूलखर्ची में कटौती करने के साथ-साथ संघीय एजेंसियों का पुनर्गठन करने का है. इस मकसद को पूरा करने के लिए डोनाल्ड ट्रंप ने इस विजन को ‘मैनहट्टन प्रोजेक्ट’ करार दिया है. साथ ही उन्होंने DOGE के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए 4 जुलाई, 2026 की समय सीमा भी तय कर दिया है.
मार्को रुबियो संभालेंगे राज्य सचिव का काम
फ्लोरिडा के सीनेटर मार्को रुबियो को डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी नई सरकार में अमेरिका का शीर्ष कूटनीतिक अधिकारी नियुक्त किया है. उनका काम मुख्य रूप से चीन के साथ अमेरिका पावर स्ट्रगल को और तेज करने का होगा. रुबियो ने अपनी जिम्मेदारियों को लेकर कहा है कि उन्हें पता है कि चीन केवल दुनिया की सबसे शक्तिशाली राष्ट्र ही नहीं बनना चाहते बल्कि वो पूरी दुनिया को मार्गदर्शित करना चाहते हैं. रुबियो को इजरायल का सबसे खास दोस्त माना जाता है. साथ ही साथ वो रूसी राष्ट्रपति पुतिन के लंबे समय से आलोचक रहे हैं.
पीट हेगसेथ होंगे रक्षा सचिव
डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ फैसले ऐसे भी लिए हैं जो कई लोगों को चौंका रहे हैं. ऐसे ही उनका एक फैसला है फॉक्स न्यूज के एंकर पीट हेगसेथ को अपनी टीम में शामिल करना और उन्हें दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेना का नेतृत्व करने का मौका देना. अगर बात हेगसेथ की करें तो उन्होंने 2014 में फॉक्स न्यूज से जुड़ने के बाद फॉक्स एंड फ्रेंड्स वीकेंड और फॉक्स नेशन पर मेजबान के रूप में काम किया है. पेंटागन में लगभग 2.9 मिलियन लोग काम करते हैं और इसका बजट लगभग 750 बिलियन डॉलर के करीब है.
माइक वाल्ट्ज बनेंगे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार
कांग्रस के सदस्य और पूर्व विशेष बल अधिकारी माइक वाल्ट्ज को ट्रंप ने अपना विदेशी नीति सलाहकार नियुक्त किया गया है. ये पद व्हाइट हाउस का शीर्ष पद है. वाल्ट्ज चीन को एक “अस्तित्वगत” खतरे के रूप में देखते हैं और रूस की आलोचना करते हैं. साथ ही साथ वो यूक्रेन के लिए अपना समर्थन कम करने के पक्षधर भी हैं.
जॉन रैटक्लिफ को सीआईए निदेशक बनाया गया
रैटक्लिफ, जो ट्रंप के पहले कार्यकाल के अंतिम दिनों में राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के तौर पर काम कर रहे थे, को केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दी गई है. आपको बता दें कि वो ट्रंप के करीबी सहयोगी हैं और पहले महाभियोग के दौरान उनका बचाव किया था. हालांकि,उन्हें एक संस्थागत व्यक्ति और सीआईए में अपेक्षाकृत सुरक्षित हाथों के रूप में देखा जाता है.
तुलसी गैबर्ड होंगी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक
हवाई की पूर्व कांग्रस वुमन तुलसी गैबर्ड ने डेमोक्रेट्स से ट्रंप के पुनर्निर्वाचन का समर्थन किया था. वे लंबे समय से अलगाववादी विदेश नीति की समर्थक रही हैं और यूएस के विरोधियों, जैसे कि पुतिन के रूस, के प्रति सहानुभूति रखने वाली टिप्पणियां की हैं. डोनाल्ड ट्रंप की नई टीम में वो राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के रूप में वे 18 खुफिया एजेंसियों के समन्वय का नेतृत्व करेंगी.
अटॉर्नी जनरल बनाए गए मैट गेट्स
डोनाल्ड ट्रंप ने मैट गेट्स को मुख्य न्यायिक अधिकारी के रूप में नियुक्त किया है. गेट्स कांग्रेस में रहते हुए ट्रंप के बड़े समर्थक माने जाते रहे हैं. आपको बता दें कि गेट्स पर सेक्स ट्रैफिकिंग के आरोपों की जांच हो रही है. पिछले साल एक लंबी जांच के बाद न्याय विभाग ने पिछले साल इस मामले में आरोप लगाने से इनकार किया था.
क्रिस्टी नोम – गृह सुरक्षा सचिव
ट्रंप की एक लंबे समय से सहयोगी रही और दक्षिण डकोटा की गवर्नर क्रिस्टी नोम को ट्रंप की नई सरकार में अप्रवासी नियंत्रण और अवैध प्रवासियों को निर्वासित करने की जिम्मेदारी दी गई है. आपको बता दें कि नोम ने यह स्वीकार किया था कि उन्होंने एक “अविकसित” पालतू कुत्ते को गोली मारी, और इसे कठिन निर्णय लेने की अपनी क्षमता के रूप में पेश किया.
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत होंगी एलीस स्टेफानिक
डोनाल्ड ट्रंप ने एलीस स्टेफानिक को संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका का राजदूत बनाने का फैसला किया है. एलीस स्टेफानिक ट्रंप की बड़ी समर्थक के रूप में जानी जाती हैं.एलीस स्टेफानिक को इजरायल का कट्टर समर्थक भी माना जाता है.खुदको संयुक्त राष्ट्र का राजदूत बनाए जाने के बाद एलिस स्टेफानिक ने कहा कि अमेरिका ईरान पर अधिकतम दबाव बनाने के अभियान के साथ तैयार है. उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि पिछले काफी समय से हमारे दुश्मन बाइडन-हैरिस प्रशासन की कमजोरी की वजह से दुस्साहसी हो गए हैं. राष्ट्रपति ट्रंप की वापसी के साथ ही शक्ति के साथ शांति हासिल करने का दौर शुरू हो गया है. एलिस ने पद संभालने से पहले ही ये साफ कर दिया है कि ट्रंप सरकार भविष्य में ईरान और इजरायल जैसे देशों को लेकर किसी रणनीति के साथ आगे बढ़ने की तैयारी में है.
इज़राइल में अमेरिकी राजदूत होंगे माइक हक्काबी
ट्रंप ने माइक हक्काबी को इजरायल में अमेरिका का राजदूत बनाया है. उनकी नियुक्ति को लेकर ट्रंक कहना है कि पूर्व अर्कांसस गवर्नर और ईसाई पादरी से राजनीतिज्ञ बने माइक हक्काबी इजरायल और इजरायल के लोगों से प्रेम करते हैं. और उसी तरह इजरायल के लोग भी उन्हें पसंद करते हैं.
डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी नई टीम में ली जेल्डिन को पर्यावरण संरक्षण एजेंसी और सुसी वाइल्स को व्हाइट हाउस के मुख्य कर्मचारी के तौर पर नियुक्त किया है. वहीं अगर बात वित्त सचिव की करें तो इस पद के लिए किसी के नाम की अभी तक घोषणा नहीं की गई है. अगर मीडिया रिपोर्ट्स की बात करें तो इस पद के लिए अरबपति हेज फंड प्रबंधक स्कॉट बेसेंट के नाम की चर्चाएं है. हालांकि,आधिकारि तौर पर इसके बारे में कुछ नहीं किया गया है.
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