वर्ष 2019 के पुलवामा आतंकवादी हमले के षडयंत्रकर्ता माने जाने वाले अजहर को उसी वर्ष संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था. मगर पाकिस्तान उसे बचाता आ रहा है..
भारत ने शुक्रवार को पाकिस्तान से जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के प्रमुख मसूद अजहर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. हाल ही में मसूद अजहर ने बहावलपुर में एक जनसभा में भाषण दिया और भारत के खिलाफ जहर उगला. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि यदि खबर सही है, तो इससे आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के मामले में पाकिस्तान का ‘दोहरा रवैया’ उजागर हो गया है. वर्ष 2019 के पुलवामा आतंकवादी हमले के षडयंत्रकर्ता माने जाने वाले अजहर को उसी वर्ष संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था.
जायसवाल ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा, “हम मांग करते हैं कि उसके (अजहर के) खिलाफ कड़ी कार्रवाई करके उसे न्याय के कटघरे में लाया जाए.” पिछले महीने बहावलपुर में अजहर के एक जनसभा को संबोधित करने से जुड़ी खबरों के बारे में पूछे जाने पर जायसवाल ने यह टिप्पणी की. जायसवाल ने पाकिस्तान के इस दावे पर भी सवाल उठाया कि अजहर पाकिस्तान में नहीं है. उन्होंने कहा, “अजहर के पाकिस्तान में होने की बात से इनकार किया जा रहा था. अगर खबर (उसके ठिकाने की) सही है तो इससे पाकिस्तान का दोहरा रवैया उजागर होता है.”
जायसवाल ने कहा, ‘‘मसूद अजहर भारत के खिलाफ सीमा पार से आतंकवादी हमलों में शामिल है और हम चाहते हैं कि उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.” वर्ष 2022 में पाकिस्तान के तत्कालीन विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने कथित तौर पर कहा था कि अजहर अफगानिस्तान भाग गया है. भारत ने 1999 में अपहृत इंडियन एयरलाइंस की उड़ान 814 (आईसी814) के बंधकों को रिहा करने के बदले अजहर को रिहा किया था.
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