December 12, 2024
दक्षिण कोरिया में मॉर्शल लॉ विवाद : एक और इस्तीफा, गृहमंत्री ने छोड़ा पद

दक्षिण कोरिया में मॉर्शल लॉ विवाद : एक और इस्तीफा, गृहमंत्री ने छोड़ा पद​

दक्षिण कोरिया में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच गृहमंत्री ली सांग-मिन ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रपति यून सुक योल ने ली की पेशकश के तुरंत बाद उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया. मार्शल लॉ विवाद में यह दूसरा इस्तीफा है इससे पहले रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.

दक्षिण कोरिया में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच गृहमंत्री ली सांग-मिन ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रपति यून सुक योल ने ली की पेशकश के तुरंत बाद उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया. मार्शल लॉ विवाद में यह दूसरा इस्तीफा है इससे पहले रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.

दक्षिण कोरिया में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच गृहमंत्री ली सांग-मिन ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रपति यून सुक योल ने ली की पेशकश के तुरंत बाद उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया. मार्शल लॉ विवाद में यह दूसरा इस्तीफा है इससे पहले रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.

यून ने मंगलवार रात को आपातकालीन मार्शल लॉ की घोषणा की, लेकिन बुधवार को संसद द्वारा इसके खिलाफ मतदान किए जाने के बाद इसे निरस्त कर दिया. मार्शल लॉ कुछ घंटों के लिए ही लागू रहा. हालांकि चंद घटों के लिए लागू हुए मार्शल लॉ ने देश की राजनीतिक को हिलाकर रख दिया.

योनहाप समाचार एजेंसी यूं के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक ली ने एक बयान में अपने इस्तीफे की घोषणा की. मार्शल लॉ हटाए जाने के बाद संसदीय समिति के सत्र में ली ने यून का बचाव करते हुए कहा था कि राष्ट्रपति ने संवैधानिक प्रक्रिया और कानून का पालन करते हुए मार्शल लॉ लागू किया.

हालांकि यून के इस्तीफा स्वीकार करने के बाद उन्हें ज्यादा आलोचना का समाना करना पड़ सकता है . इसे राष्ट्रपति पद की शक्ति के प्रयोग के रूप में देखा जाएगा, जो सत्तारूढ़ पार्टी के नेता हान दोंग-हून की पहले की घोषणा के विपरीत है, जिसमें उन्होंने कहा था कि यून अपने ‘शीघ्र और व्यवस्थित’ इस्तीफे तक राज्य के कामकाज में शामिल नहीं होंगे.

ली को पिछले साल फरवरी में भी उनके पद से निलंबित कर दिया गया था. उस वक्त मुख्य विपक्षी दल द्वारा नियंत्रित नेशनल असेंबली में उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित किया गया था. यह महाभियोनग सोल के इटावन डिस्ट्रिक्ट में 2022 के हैलोवीन समारोह भगदड़ मामले को लेकर लाया गया था. इस घटना में 159 लोग मारे गए थे. हालांकि पिछले साल जुलाई में, संवैधानिक न्यायालय ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव को खारिज कर दिया, और उन्हें तुरंत मंत्री के रूप में बहाल कर दिया.

इससे पहले मार्शल लॉ की घोषणा के बाद कथित देशद्रोह की जांच कर रहे विशेष जांच मुख्यालय ने रविवार को बताया कि पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनका मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया गया है.

समाचार एजेंसी योनहाप के मुताबिक किम को पूर्वी सोल के एक हिरासत केंद्र में भेज दिया गया है. किम की गिरफ्तारी विशेष जांच मुख्यालय में पूछताछ के लिए उपस्थित होने के लगभग छह घंटे बाद हुई. उन्होंने कहा कि वह चल रही जांच में सक्रिय रूप से सहयोग करेंगे.

किम ने राष्ट्रपति यून सुक येओल को मार्शल लॉ लागू करने का सुझाव दिया था. इससे पहले किम का इस्तीफ राष्ट्रपति ने गुरुवार को स्वीकार कर लिया.

NDTV India – Latest

Copyright © asianownews.com | Newsever by AF themes.