भारत और रूस के बीच सांस्कृतिक संबंध कई दशकों पुराने हैं, जो दोनों देशों के स्वतंत्र होने से भी पहले मजबूत हुए थे. रूस, तब सोवियत संघ, भारत के स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण समर्थक था.
रूसी फिल्म महोत्सव 2024 भारत में भव्य वापसी करने जा रहा है, जिसमें रूसी सिनेमा की बेहतरीन फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा. यह महोत्सव 12 से 15 दिसंबर 2024 तक मुम्बई के सिनेपोलिस फन रिपब्लिक, अंधेरी और 13 से 15 दिसंबर 2024 तक दिल्ली के सिनेपोलिस, साकेत में आयोजित होगा. इस वर्ष का महोत्सव सिनेमा के माध्यम से एक अनोखा सांस्कृतिक आदान-प्रदान प्रस्तुत करेगा, जिसमें रूसी कहानी कहने की समृद्ध और विविध दुनिया की एक चुनिंदा फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा.
रूसी फिल्म महोत्सव की यात्रा भारत में 2011 में शुरू हुई थी, जब रूसी संस्कृति मंत्रालय और भारत में रूसी दूतावास ने भारतीय दर्शकों को रूसी सिनेमा से परिचित कराने का निर्णय लिया. इस पहल ने जल्दी ही गति पकड़ी, और तब से यह महोत्सव एक वार्षिक आयोजन बन गया है, जो हर साल पहले से भी ज्यादा लोकप्रिय और प्रभावशाली हो रहा है. यह महोत्सव न केवल फिल्म प्रेमियों के लिए, बल्कि उन सभी के लिए एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक घटना बन चुका है जो दोनों देशों के बीच सिनेमा के माध्यम से रिश्तों को समझने में रुचि रखते हैं.
रूसी सिनेमा अपनी समृद्ध ऐतिहासिक कथाओं, आकर्षक दृश्यों और विचारोत्तेजक विषयों के लिए जाना जाता है. रूस की फिल्में अक्सर देश की सांस्कृतिक गहराई, सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तन, और उसके लोगों की दृढ़ता को दर्शाती हैं. इस वर्ष के महोत्सव में भारतीय दर्शकों को समकालीन हिट्स और कालातीत क्लासिक्स का मिश्रण देखने को मिलेगा. सभी फिल्में अंग्रेजी उपशीर्षक के साथ प्रदर्शित की जाएंगी, ताकि सभी दर्शकों तक ये पहुंच सकें.
भारत और रूस के बीच सांस्कृतिक संबंध कई दशकों पुराने हैं, जो दोनों देशों के स्वतंत्र होने से भी पहले मजबूत हुए थे. रूस, तब सोवियत संघ, भारत के स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण समर्थक था. यह संबंध, जो साझा आदर्शों और आपसी सम्मान पर आधारित था, आज भी गहरा और मजबूत बना हुआ है, चाहे वह विज्ञान, रक्षा सहयोग हो या सांस्कृतिक आदान-प्रदान. यह संबंध दोनों देशों के सिनेमा में भी स्पष्ट रूप से दिखाई देता है.
भारत और रूस दोनों ही देशों की सांस्कृतिक परंपराएं कहानियों को सुनाने के लिए समृद्ध हैं, चाहे वह पुराण, इतिहास या मानव भावनाओं का उत्सव हो. दोनों देशों की फिल्में अक्सर दृढ़ता, देशभक्ति, पारिवारिक बंधन और सामाजिक मुद्दों जैसे विषयों पर आधारित होती हैं—ऐसे विषय जो सीमा पार सभी दर्शकों से जुड़ते हैं. रूसी फिल्म महोत्सव इन साझा सांस्कृतिक मूल्यों को प्रदर्शित करने और एक-दूसरे की कला रूपों की बेहतर समझ को बढ़ावा देने का एक आदर्श मंच प्रदान करता है.
रूसी फिल्म महोत्सव 2024 केवल फिल्म स्क्रीनिंग तक सीमित नहीं रहेगा. यह एक सम्पूर्ण सांस्कृतिक अनुभव होगा. फिल्म स्क्रीनिंग के अलावा, महोत्सव में फिल्म निर्माताओं के साथ चर्चा और सवाल-जवाब सत्र भी होंगे, जिससे दर्शकों को फिल्मों के पीछे के रचनात्मक दिमागों के साथ बातचीत करने का अवसर मिलेगा. इस वर्ष की प्रमुख फिल्मों में ट्रायंफ, द फ्लाइंग शिप, आइस 3, द पायरट्स ऑफ द बैराकुडा गैलेकसी और गेस्ट फ्रॉम द फ्यूचर शामिल हैं, जो रूसी फिल्म निर्माताओं की रचनात्मकता, नवाचार और कला का एक झलक प्रस्तुत करेंगी.
जैसे-जैसे रूसी फिल्म महोत्सव आगे बढ़ता है, यह भारत और रूस के बीच स्थायी सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक बन चुका है. एक ऐसे युग में जब सिनेमा विभिन्न संस्कृतियों के बीच पुल का काम करता है, यह महोत्सव उन संबंधों का उत्सव है. यह महोत्सव इस बात की याद दिलाता है कि, भले ही हमारे देशों में कई तरह के भेद हों, फिल्म की सार्वभौमिक भाषा हमें एकजुट करने, कहानियाँ साझा करने और एक-दूसरे की समझ को गहरा करने का मौका देती है.
तो, अपने कैलेंडर में तारीखें जरूर नोट करें और इस दिसंबर में मुम्बई के सिनेपोलिस फन रिपब्लिक, अंधेरी या दिल्ली के सिनेपोलिस, साकेत में इस सिनेमाई यात्रा का हिस्सा बनें. रूसी सिनेमा के समृद्ध इतिहास के साथ यह एक ऐसा इवेंट है जिसे कोई भी फिल्म प्रेमी मिस नहीं करना चाहेगा. चाहे आप लंबे समय से रूसी फिल्मों के प्रशंसक हों या इस शैली में नए हों, रूसी फिल्म महोत्सव 2024 एक अविस्मरणीय अनुभव का वादा करता है.
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