माना जा रहा है कि मंदिर में जल्द पूजा-पाठ शुरू कराया जा सकता है. यह शिव मंदिर 40 सालों से बंद पड़ा हुआ था. जानकारी के मुताबिक जिला प्रशासन ने पूजा-पाठ की मौलिक परमिशन हिंदू समाज को दे दी है. (पीयूष अचार्य की रिपोर्ट)
मदनपुरा में लगभग 40 साल पुराने बंद पड़े शिव मंदिर को प्रशासन ने खोल दिया है. मंदिर के अंदर साफ़ सफाई का काम शुरू हो गया है. बीते दिनों हिंदू पक्ष ने मंदिर को लेकर मुद्दा उठाते हुए इसे खुलवाने की मांग की थी. तब प्रशासन ने दस्तावेज़ चेक करके कार्रवाई करने की बात कही थी. आज प्रशासन की मौजूदगी में मंदिर के कपाट खोलकर अंदर साफ़ सफ़ाई कराई जा रही है. किसी तरह का कोई विरोध या आक्रोश इसे लेकर सामने नहीं आया है. स्थिति बिल्कुल सामान्य है.
जिला प्रशासन की निगरानी में जब मंदिर खोला गया तो पहले डेढ़ फीट से अधिक मलबा निकला उसके बाद बाबा का तीन शिव लिंग सामने आया, जिसमें एक शिव लिंग खंडित नजर आया. फिलहाल मंदिर की साफ-सफाई हो रही है, मंदिर में पूजा पाठ खरमास के बाद शुरू किया जाएगा. देखिए पूरी रिपोर्ट
काशी विद्वत परिषद ने बताया कि इस मंदिर का उल्लेख इतिहास में मिलता है. ये मंदिर काशी खंड में है जिसे सिद्धेश्वर महादेव के नाम से जाना जाता है. इस मंदिर से मात्र कुछ ही कदमों की दूरी पर एक विशाल कुआं है, जिसे पत्थर से ढंक दिया गया है बताया जाता है कि इसे सिद्धेश्वर कूप के नाम से जाना जाता था और प्राचीन काल में इसी कूप से जल लेकर बाबा को अर्पित किया जाता है.
40 साल से बंद पड़े मंदिर में हो रही साफ-सफाई
माना जा रहा है कि मंदिर में जल्द पूजा-पाठ शुरू कराया जा सकता है. यह शिव मंदिर 40 सालों से बंद पड़ा हुआ था. जानकारी के मुताबिक जिला प्रशासन ने पूजा-पाठ की मौलिक परमिशन हिंदू समाज को दे दी है. प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि हिंदू समाज को मंदिर में पूजा करने का अधिकार है.
खास बात यह है कि इलाके के लोगों को भी इससे कोई परेशानी नहीं है. हालांकि फिर भी प्रशासन का आदेश है कि मंदिर में पूजा-पाठ के दौरान कानून-व्यवस्था का पूरा ध्यान रखा जाए. अगर ऐसा हुआ तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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