Gaza ceasefire: इजराइली सेना घनी आबादी वाले क्षेत्रों से हट जाएगी, जिससे विस्थापित गाजावासी उत्तरी गाजा में अपने घरों में वापस लौट सकेंगे. इसके अलावा, इजरायली सेना मिस्र की सीमा पर फिलाडेल्फिया कॉरिडोर और गाजा के उत्तर और दक्षिण को अलग करने वाले नेत्जारिम कॉरिडोर को खाली कर देगी.
कतर ने मंगलवार को पुष्टि की कि दोहा में चल रही उच्च स्तरीय गाजा युद्ध विराम वार्ता अंतिम चरण में पहुंच गई है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल अंसारी ने कहा, “हालांकि, जब तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं होती, हमें अपनी उत्सुकता को कम रखना चाहिए. फिर भी, हम आशान्वित हैं.”
कतर के अधिकारी ने कहा, “मैं पुष्टि कर सकता हूं कि दोहा में इस समय वार्ता उच्च स्तर पर हो रही है. हमारा मानना है कि हम एक विकसित चरण में हैं, संभवतः अंतिम चरण में भी.’
अंसारी ने इस बात पर जोर दिया कि समझौता होने के बाद संघर्ष विराम ‘तुरंत’ हो जाएगा. उन्होंने कहा, “हमारे पास कोई निश्चित समय-सीमा नहीं है, लेकिन समझौते को अंतिम रूप देने के लिए प्रयास जारी हैं.”
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अंसारी ने कहा कि फिलिस्तीनियों के लिए यह एक अच्छा समाधान है. इजरायल के सरकारी स्वामित्व वाले कान टीवी ने बताया कि चर्चा के तहत मसौदा समझौते में तीन-चरणीय योजना की रूपरेखा दी गई है.
पहले चरण में 42 दिन का युद्ध विराम शामिल है, जिसके दौरान 33 बंधकों – [महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं वाले लोगों] को रिहा किया जाएगा.
इजराइली सेना घनी आबादी वाले क्षेत्रों से हट जाएगी, जिससे विस्थापित गाजावासी उत्तरी गाजा में अपने घरों में वापस लौट सकेंगे. इसके अलावा, इजरायली सेना मिस्र की सीमा पर फिलाडेल्फिया कॉरिडोर और गाजा के उत्तर और दक्षिण को अलग करने वाले नेत्जारिम कॉरिडोर को खाली कर देगी.
रिपोर्ट में कहा गया है कि युद्ध विराम के 16वें दिन तक, अगले चरणों पर बातचीत शुरू हो जाएगी, जिसमें गाजा को तत्काल जरूरी मदद पहुंचाना और इजरायल की जेलों में बंद फिलिस्तीनी कैदियों की बड़ी संख्या में रिहाई शामिल है.
अक्टूबर 2023 में हमास के लड़ाकों के हमले में इजरायल के 1,200 लोग मारे गए और 250 से अधिक बंधक बनाए गए. इसके बाद यहूदी राष्ट्र ने गाजा में सैन्य ऑपरेशन शुरू कर दिया था.
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, तब से गाजा में 46,000 से ज़्यादा लोग मारे जा चुके हैं. एन्क्लेव का ज्यादातर हिस्सा बर्बाद हो गया है और अधिकांश आबादी विस्थापित हो गई है.
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