February 23, 2025
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“बुद्धिमान होना मूर्खता है…”: कांग्रेस पर राहुल गांधी से सवाल के बाद शशि थरूर का ट्वीट, समझिए पूरा मामला​

Shashi Tharoor Congress Rahul Gandhi Relations: शशि थरूर के करीबी सूत्रों का कहना है कि थरूर राहुल गांधी से बातचीत वाली ख़बर से नाखुश हैं, क्योंकि उनका मानना है कि उनके विरोधी तत्वों ने ऐसी ख़बरें फैलाई हैं और उन्हें इस पर कुछ नहीं कहना है.

Shashi Tharoor Congress Rahul Gandhi Relations: शशि थरूर के करीबी सूत्रों का कहना है कि थरूर राहुल गांधी से बातचीत वाली ख़बर से नाखुश हैं, क्योंकि उनका मानना है कि उनके विरोधी तत्वों ने ऐसी ख़बरें फैलाई हैं और उन्हें इस पर कुछ नहीं कहना है.

Shashi Tharoor Congress Rahul Gandhi Relations: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर पार्टी से नाराज़ बताए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि उन्होंने राहुल गांधी से पार्टी में उनकी भूमिका स्पष्ट करने को कहा है. केरल में अगले साल अप्रैल में विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन उससे पहले प्रदेश के बड़े नेता शशि थरूर को लेकर कांग्रेस में खींचतान शुरू हो गई है. सूत्रों के मुताबिक़, 18 फरवरी को थरूर की पार्टी नेता राहुल गांधी से मुलाक़ात हुई थी. मुलाक़ात में शशि थरूर ने राहुल गांधी से कहा कि पार्टी में उनकी भूमिका स्पष्ट की जाए. थरूर ने ये भी कहा कि पार्टी में उन्हें नज़रअंदाज़ किया जा रहा है, लेकिन राहुल गांधी ने उन्हें कोई आश्वासन नहीं दिया. कांग्रेस पार्टी ने भी इस मुलाक़ात पर ज़्यादा कुछ कहने से इनकार किया है. हालांकि, केरल कांग्रेस शशि थरूर पर कड़ा रुख अपनाए हुए है. इन सबको देखते हुए अब शशि थरूर ने ऐसा ट्वीट किया है, जो चर्चा का विषय बन गया है.

अंग्रेजी कवि थॉमस ग्रे की कविता ‘ओड ऑन ए डिस्टेंट प्रॉस्पेक्ट ऑफ ईटन कॉलेज’ का एक कोट शेयर करते हुए, थरूर ने एक्स पर लिखा, “थॉट ऑफ दे डे: जहां अज्ञानता आनंद है, वहां बुद्धिमान होना मूर्खता है.”

Thought for the day! pic.twitter.com/hXDxn9p0rv

— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) February 22, 2025

कैसे बिगड़े कांग्रेस से संबंध

कुछ दिनों पहले जब पीएम मोदी फ्रांस और अमेरिका गए थे तो थरूर ने उनके बारे में बेहद सकारात्मक बातें कही थीं. उन्होंने कहा था कि हमारे प्रधानमंत्री को एआई एक्शन समिट में एक सह-अध्यक्ष के नाते महत्वपूर्ण भूमिका मिली है तो ये हमारे देश के लिए बहुत अच्छी बात है. इसी के साथ उन्होंने अमेरिका में ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद तुरंत पीएम मोदी से मीटिंग को बहुत महत्व दिया था. ये मामला कांग्रेस में शांत भी नहीं हुआ था कि उन्होंने केरल की लेफ़्ट फ़्रंट सरकार की स्टार्ट अप से जुड़ी नीतियों की तारीफ़ करते हुए एक लेख लिख दिया. इससे नाराज़ होकर केरल के कुछ कांग्रेस नेताओं ने पार्टी आलाकमान से शिकायत की.केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी. डी. सतीशन ने कहा कि न तो वह और न ही पार्टी (कांग्रेस) जानती है कि उन्होंने (थरूर) किन परिस्थितियों या आंकड़ों के आधार पर आलेख लिखा गया था. पार्टी उन परिस्थितियों या आंकड़ों की पड़ताल कर सकती है, जिनके आधार पर उन्होंने यह लेख लिखा है.

शशि थरूर ऑल इंडिया प्रोफ़ेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद से पार्टी में किसी पद पर नहीं हैं. कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए उन्होंने मल्लिकार्जुन खरगे के ख़िलाफ़ चुनाव भी लड़ा था और 2022 में तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाने वाले G23 नेताओं में भी शामिल थे.

कांग्रेस के सवालों पर थरूर का जवाब

थरूर ने सतीशन के सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनका लेख ‘तथ्यों, दस्तावेजों, आंकड़ों और तारीखों’ के साथ-साथ ‘ग्लोबल स्टार्टअप इकोसिस्टम रिपोर्ट’ और ‘केरल के प्रदर्शन’ पर आधारित था. कांग्रेस सांसद ने कहा कि जब भी राज्य सरकार या केंद्र ने कुछ गलत किया है, तो उन्होंने उसकी आलोचना की है और इसी तरह जब वे कुछ अच्छा करते हैं, तो उसकी प्रशंसा की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि पिछले 18 महीने के दौरान वाम मोर्चा सरकार ने केरल में उद्यमिता, निवेश और विकास को बेहतर बनाने पर काम किया, जिसकी राज्य को लंबे समय से जरूरत थी. थरूर ने कहा, “व्यापार में सुगमता के मामले में केरल शीर्ष पर है. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) यह रैंकिंग जारी नहीं करती. हम इस पर आंखें मूंद नहीं सकते. हम हर चीज में राजनीति नहीं कर सकते, खासकर जहां जन हित की बात हो.”

विवाद तब और बढ़ गया जब केरल में कांग्रेस पार्टी के मुखपत्र वीक्षणम डेली ने बिना नाम लिए कांग्रेस नेता शशि थरूर की आलोचना करते हुए एक संपादकीय प्रकाशित किया. इसने उनसे आगामी स्थानीय निकाय चुनावों से पहले हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं की उम्मीदों के साथ विश्वासघात नहीं करने का आग्रह किया. एक दिन बाद, थरूर ने अपने फेसबुक से कथित तौर पर केरल कांग्रेस कमेटी का एक पोस्टर हटा लिया, जिसमें सीपीआई (एम) के सदस्यों को “नरभक्षी” कहा गया था.

खबरों से नाराज शशि थरूर?

इसके बाद थरूर ने राहुल गांधी से मुलाक़ात की. उन्होंने अपनी पार्टी में भूमिका को लेकर सवाल किए. मगर, चर्चा है कि राहुल गांधी ने कोई जवाब नहीं दिया. हालांकि, शशि थरूर के करीबी सूत्रों का कहना है कि थरूर राहुल गांधी से बातचीत वाली ख़बर से नाखुश हैं, क्योंकि उनका मानना है कि उनके विरोधी तत्वों ने ऐसी ख़बरें फैलाई हैं और उन्हें इस पर कुछ नहीं कहना है. इसी बीच शशि थरूर की इस नई पोस्ट ने गुत्थी को और उलझा दिया है. अब हर कोई ये जानना चाह रहा कि आखिर शशि थरूर और कांग्रेस का ये रिश्ता किस राह पर है.

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