गोकुल सेतिया पहले BJP में थे. 2019 के चुनाव में BJP ने उनका टिकट काट दिया. इसके बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था. वो सिरसा में गोपाल कांडा से सिर्फ 600 वोटों से हार गए थे. गोपाल सेतिया की मां सुनीता सेतिया भी 2014 में BJP के टिकट पर सिरसा से लोकसभा चुनाव लड़ चुकी हैं. बाद में उन्होंने BJP छोड़ दी थी.
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 (Haryana Assembly Elections 2024) को लेकर कांग्रेस का एक फैसला चर्चा में है. मंगलवार को सिरसा में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गुट के एक सदस्य की कांग्रेस में एंट्री हुई. पंजाबी सिंगर सिद्धू मुसेवाला के मर्डर में मोस्ट वॉन्टेड गोल्डी बराड़ के नजदीकी गोकुल सेतिया कांग्रेस में शामिल हुए हैं. कांग्रेस में शामिल होने के बाद सेतिया की गोल्डी बराड़ के साथ कई तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. इतना ही नहीं, ड्रग तस्करी के मामले में अमेरिका की जेल में बंद सन्नी मुल्तानी भी गोकुल सेतिया के साथ वायरल फोटो में दिखाई दे रहा है. गोकुल सेतिया के कांग्रेस की सदस्यता लेने से सिद्धू मूसेवाला के फैंस में आक्रोश नजर आ रहा है. अब इस पूरे मामले में गोकुल सेतिया ने सफाई भी दी है.
गोकुल सेतिया ने अपनी सफाई में क्या कहा?
गोकुल सेतिया ने मंगलवार को अपनी कार से एक वीडियो जारी किया. इसमें वो अपनी सफाई में कहते हैं, “अब कोई IAS बन गया. कोई IPS बन गया. हमारा मित्र कोई देश से बाहर चला गया. कोई अपनी खेती-बाड़ी संभाल रहा है. किसी की सरकारी नौकरी लग गई. कोई बड़ा बिजनेसमैन बन गया. वहीं, कोई गैंगस्टर बन गया. आज जो छात्र पढ़ रहे हैं, 10 साल बाद उनके साथी क्या बन जाएंगे… ये किसी को पता नहीं चलता. अब कहा जा रहा है कि मेरा किसी गैंगस्टर के साथ कनेक्शन है. मेरे से एक्सटॉर्शन मनी भी मांगी जा रही थी. एक विधायक के कहने पर ऐसा किया जा रहा था. मैं किसी के नाम का खुलासा नहीं करूंगा. कुल मिलाकर मेरी इमेज खराब करने की कोशिश की जा रही है. ऐसा मेरा टिकट काटने के लिए किया जा रहा है.”
गोल्डी बराड़ के गैंगस्टर बनने से मेरा कोई लेना-देना नहीं
गोल्डी बराड़ के नजदीकी पर गोकुल सेतिया पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के साथ एक फोटो दिखाकर कहते हैं, “अगर गोल्डी बराड़ उस समय गैंगस्टर होते, तो क्या सीएम हाउस के आस-पास भी भटक सकते थे? जब गोल्डी बराड़ के भाई की मौत हुई, तो वो इन चीजों में पड़ गया. इसमें मेरा क्या हाथ है. मेरा कोई लेना-देना नहीं है.”
ये मेरे लिए विरोधियों की बौखलाहट
गोकुल सेतिया ने कहा, “मेरी चीजें स्पष्ट हैं. गूगल सर्च कर लीजिए पुरानी फोटोज और कहानी मिलेंगी. अब तो मेरी दाढ़ी भी सफेद हो गई है. सब देखकर समझ जाएंगे कि वायरल हो रही फोटोज 10-12 साल पुरानी हैं. खास बात ये है कि मैंने पिछला चुनाव भी लड़ा था, तब तो इस तरह की फोटोज वायरल नहीं की गई थीं. इस बार ऐसा क्या हुआ? ये मेरे लिए विरोधियों की बौखलाहट है.”
सूत्र बताते हैं कि गोकुल सेतिया पंजाब के युवा कांग्रेस नेता और सांसद राजा वडिंग के जरिए कांग्रेस आलाकमान के संपर्क में थे. भूपेंद्र सिंह हुड्डा, हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया, हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान और स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन के नेतृत्व में सेतिया कांग्रेस में शामिल हुए.
गोकुल सेतिया के कांग्रेस में आने से मूसेवाला के फैंस में आक्रोश
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के मेंबर गोल्डी बराड से नजदीकी को लेकर गोकुल सेतिया को मूसेवाला के फैंस का आक्रोश झेलना पड़ सकता है. सिद्धू मूसेवाला के कातिल बंबीहा गैंग के निशाने पर हैं. बंबीहा गैंग ने गोल्डी बराड़ को जान से मारने की धमकी दे रखी है. गोकुल सेतिया को भी बंबीहा गैंग से धमकी मिली थी. इसके पीछे की वजह उसके लॉरेंस बिश्नोई से ताल्लुकात हैं. सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. सिद्धू मूसेवाला के फैंस का कहना है कि उनके हत्यारों से कनेक्शन रखने वाले को कांग्रेस में जगह देना सही नहीं है.
2019 में निर्दलीय लड़ा था चुनाव
गोकुल सेतिया पहले BJP में थे. 2019 के चुनाव में BJP ने उनका टिकट काट दिया. इसके बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था. वो सिरसा में गोपाल कांडा से सिर्फ 600 वोटों से हार गए थे. गोपाल सेतिया की मां सुनीता सेतिया भी 2014 में BJP के टिकट पर सिरसा से लोकसभा चुनाव लड़ चुकी हैं. बाद में उन्होंने BJP छोड़ दी थी. गोपाल सेतिया के नाना लक्ष्मण दास अरोड़ा भी 4 बार विधायक रह चुके हैं. लक्ष्मण दास अरोड़ा परिवार सिरसा का बड़ा राजनीतिक परिवार है.
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हरियाणा में बनेगी कांग्रेस सरकार- सेतिया
कांग्रेस में शामिल होने पर गोकुल सेतिया ने हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनने का भरोसा जताया. सेतिया ने कहा, “हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बन रही है. हम चाहते हैं कि हमारे इलाके की भागीदारी सरकार के अंदर हो. 10-15 साल से हमारे इलाके को इग्नोर किया जा रहा है. BJP में होते हुए मैंने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए थे. उनको यह चीजें हजम नहीं हुई. उन्होंने मेरा टिकट काट दिया. मैंने निर्दलीय चुनाव लड़ा. पिछले चुनाव में मुझे सिरसा के लोगों ने भरपूर आशीर्वाद दिया. 600 वोट से मैं हार गया था.”
गोपाल कांडा से मुकाबला तय
गोकुल सेतिया का इस बार भी गोपाल कांडा से मुकाबला तय माना जा रहा है. कांडा इस बार BJP के समर्थन से मैदान में आ सकते हैं. ऐसे में दोनों उम्मीदवारों के भिड़ने से सिरसा में मुकाबला दिलचस्प हो सकता है.
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