November 23, 2024

Editor

अयोध्या में रामलला अपने भव्य मंदिर में विराज चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई।

नृपेंद्र मिश्र ने धार्मिक नेताओं, शंकराचार्यों की आलोचना और कार्यक्रम से दूर रहने के उनके फैसले पर प्रतिक्रिया दी है।

आरपीएन सिंह ने कहा कि सदियां बीतती गईं लेकिन श्रीराम जन्मभूमि की मुक्ति के संघर्ष की धार कभी कुंद नहीं हुई।

केंद्र ने 22 जनवरी को सरकारी कर्मचारियों के लिए आधे दिन की छुट्टी की घोषणा की है ताकि वे अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण देख सकें।

नई ईवीएम खरीदने के लिए ECI को हर 15 साल में अनुमानित 10,000 करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी।

भारत के इतिहास में सुप्रीम कोर्ट ने इंदु मल्होत्रा को सबसे पहले सीनियर एडवोकेट का दर्जा दिया था।

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