July 5, 2024

एजुकेशन एंड कॅरियर

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को शिक्षण संस्थानों में लागू करने की चुनौतियों को विस्तार से बता रहे पूर्व कुलपति व शिक्षाविद प्रो.अशोक कुमार।

भारत सरकार ने विदेशी विश्वविद्यालयों को भारत में कैंपस खोलने की इजाजत दे दी है। विदेशी विवि के कैंपस से भारतीय शिक्षा पर कितना और कैसा असर होगा इस पर प्रकाश डाल रहे हैं शिक्षाविद् और पूर्व कुलपति प्रो.अशोक कुमार…

भविष्य में भी उस संस्थान के बारे में शोध कार्य से आपको अवगत हूं कराता रहूंगा। मै आशा करता हूँ की आप एक गुणवततापूर्ण संस्थान कैसे बनता है समझ गए होंगे।

हाल के शैक्षिक रुझान अच्छी तरह से रोजगार योग्य युवाओं के उत्पादन पर जोर देते हैं। संस्थानों में ‘प्लेसमेंट सेल’ का महत्व इस प्रवृत्ति को पर्याप्त रूप से दर्शाता है।

आज दुनियाभर में करीब साढ़े चार हजार बाघ जिंदा हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि कभी इनकी संख्या लाखों में हुआ करती थी लेकिन धीरे-धीरे इनका कुनबा घटता गया।

विश्वविद्यालयों के अराजक होते माहौल में कैंपस में इंट्री प्रॉसेस का क्या दोष है। इन विसंगतियों से कैसे छुटकारा पाया जाए इस पर प्रकाश डाल रहे हैं पूर्व कुलपति प्रो.अशोक कुमार। प्रो.अशोक कुमार, यूपी के कई राज्य विश्विविद्यालयों में कुलपति रह चुके हैं।

सीबीएसई टर्म 2 की परीक्षा (CBSE Term 2 exam) में इस बार 50 प्रतिशत कोर्स पर आधारित होगी। इस बार एग्जाम में स्टूडेंट्स से ऑब्जेक्टिव और सब्जेक्टिव सवाल पूछे दोनों प्रश्न होंगे।

यह पैनल राज्यों के अनुसार या तो मुख्यमंत्री के पास या राज्य के राज्यपाल के पास दे दिए जाते हैं। 3 या 5 सदस्यों के पैनल से माननीय मुख्यमंत्री या और माननीय राज्यपाल दोनों के निरीक्षण के बाद संबंधित विश्वविद्यालय के लिए कुलपति का नाम चयनित (Vice Chancellors selection) किया जाता है।

पूर्व कुलपति प्रो.अशोक कुमार ने कहा कि उत्तर प्रदेश मे कुलपति की नियुक्ति के लिए यूजीसी के नियम नहीं लागू हैं। ऐसे में सभी कुलपतियों की नियुक्ति असंवधानिक है।

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