मंडी से सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ तय तारीख 6 सितंबर को रिलीज नहीं हो पाएगी. बॉम्बे हाईकोर्ट से इस मामले पर उनको कोई राहत नहीं मिली है. अदालत ने कहा है कि वे केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) से फिल्म के निर्माताओं को प्रमाणपत्र जारी करने के लिए नहीं कह सकतीं, क्योंकि यह मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के आदेश का खंडन होगा. उन्होंने कहा कि मैं हर किसी की पसंदीदा टारगेट बन गई हूं. यह वह कीमत है जो सोए हुए देश को जगाने के लिए चुकानी पड़ती है.
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राज्य सरकार ने यह फैसला लेते हुए कर्ज पर दिया जाने वाला ब्याज बचाने की कोशिश की है.
बिभव कुमार को जमानत मिलने के बाद सुनीता केजरीवाल ने एक्स पर उनकी फोटो शेयर की, जिस पर स्वाति मालीवाल ने पूछा है कि पिटाई के दौरान मुख्यमंत्री जी की पत्नी घर पर ही थीं, उनको बड़ा सुकून महसूस हो रहा है…
एक्ट्रेस कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ 6 सितंबर को रिलीज होगी या नहीं, इसका फैसला थोड़ी देर में हो जाएगा. अदालत में इस मामले पर सुनवाई चल रही है. फिल्म को रिलीज करवाने और सेंसर सर्टिफिकेट की मांग को लेकर ‘इमरजेंसी’ की सह-निर्माता कंपनी जी इंटरटेनमेंट इंटरप्राइजेज ने बॉम्बे हाई कोर्ट का रुख किया है. अदालत में दायर याचिका में दावा किया गया है कि सेंसर बोर्ड ने मनमाने तरीके और अवैध रूप से फिल्म का सेंसर सर्टिफिकेट रोका है. इस याचिका पर जस्टिस बी पी कोलाबावाला और फिरदोश पूनीवाला की खंडपीठ सुनवाई कर रही है.
साल 2007 में स्टार प्लस पर आया टीवी डेली सोप ये रिश्ता क्या कहलाता है तो आपको याद होगा, जिसमें अक्षरा और नैतिक का किरदार हिना खान और करण मेहरा ने निभाया था.
National Nutrition Week 2024: हर साल 1 से 7 सितंबर तक ‘राष्ट्रीय पोषण सप्ताह’ मनाया जाता है. इसका उद्देश्य अच्छे स्वास्थ्य के लिए पोषण की उपयोगिता के बारे में लोगों को जागरूक करना है. चलिए आपको बताते हैं वो 15 न्यूट्रिएंट्स जो शरीर के लिए बेहद जरूरी है.
राजस्व मंत्री ने कटाक्ष करते हुए कहा कि संसदीय क्षेत्र होने के बाद भी कंगना (Jagat Singh Negi On Kangana Ranaut) आपदा के समय वहां गईं नहीं बल्कि उन्होंने सिर्फ एक ट्वीट कर दिया. उस ट्वीट में उन्होंने कहा कि येलो और ऑरेंज अलर्ट होने की वजह से उन्होंने अधिकारियों और नेताओं को वहां नहीं जाने की सलाह दी है.
राहुल गाधी से मुलाकात के बाद से ही ये पक्का माना जा रहा था कि बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट अखाड़े के बाद चुनावी मैदान में भी किस्मत आजमाएंगे.
दिल्ली में मेयर और डिप्टी मेयर के आलावा स्टैंडिंग कमेटी भी काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि जिसके पास स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन का पद होता है, उसी के पास असली पावर होता है और यही कारण है कि राजनीति दल स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव जीतने के लिए हर संभव कोशिश करते हैं
हरियाणा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राहुल गांधी के साथ बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट की यह तस्वीर राजनीतिक के गलियारों में एक नई बहस शुरू कर चुकी है. कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों पहलवान चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं.