अशोक कुमार
यह बात सन 2020 की है हमारी बेटियों ने हम लोगों के लिए अमेरिका जाने के लिए हवाई जहाज का टिकट भेजा ! हम लोग बहुत उत्साहित हुए कि हम लोग अपने बच्चों से मिलेंगे ! लेकिन दुर्भाग्यवश 20 मार्च 2020 से संपूर्ण विश्व में कोविड -19 के कारण लॉक डाउन हो गया और अंतरराष्ट्रीय उड़ान बंद कर दी गई ! इस कारण से हमारा टिकट जो की जून 2020 का था , हम उसका उपयोग नहीं कर सके ! हम लोग बहुत ही निराश हुए लेकिन वह समय कुछ ऐसा था जिसमें कोई भी किसी की भी इस विषय पर मदद नहीं कर सकता था ! सौभाग्य से एयर इंडिया ने हमारा हवाई टिकट का समय बढ़ा दिया और हमें यह निर्देश दिया कि जब कभी भी अंतरराष्ट्रीय उड़ाने पुनः उड़ने लगेगी तब आप इसी टिकट का प्रयोग कर सकते हैं और यात्रा कर सकते हैं ! हम लोग बहुत धैर्य पूर्वक उचित तिथि का इंतजार कर रहे थे !
सौभाग्य से 2022 में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से खोला गया ! अब हमे यात्रा के लिए नई तिथि निश्चित करनी थी । अमेरिका से तिथि निश्चित करना बहुत मुश्किल था एयर इंडिया की customer care की कॉल के लिए आप को 7-8 घंटे इंतेजार करना पड़ता है ! अतः मैं एयर इंडिया में अपने टिकट की नई तिथि के लिए एयर इंडिया के दफ्तर नेहरू प्लेस जयपुर में गया ! उन्होंने सर्वप्रथम बहुत निराश किया और कहा कि आपका टिकट आगे की तिथि में बढ़ सकता है लेकिन आपको इसके लिए अतिरिक्त धन राशि देनी होगी ! मैंने उन से निवेदन किया कि मैंने अपनी यात्रा को स्वयं स्थगित नहीं किया है , जैसा कि आप जानते हैं कि अंतरराष्ट्रीय उड़ाने अभी तक बंद थी इसलिए मैं नहीं जा सका ! मेरे बहुत आग्रह करने के बाद उन्होंने मेरी बात को स्वीकार कर लिया और टिकट की तिथि आगे की ओर बढ़ा दी !
मुझे उन्होंने 28 मार्च 2022 का दिल्ली से सैन फ्रांसिस्को Delhi to SanFranscico जाने का टिकट और 28 अगस्त 2022 को वापसी का टिकिट दिया ! मैं बहुत उत्साहित हुआ , बहुत प्रसन्न हुआ की अपने बच्चों मे अमेरिका से मिलूंगा ! जैसा कि आप जानते हैं 28 मार्च 2022 को अंतरराष्ट्रीय उड़ान लेने से पहले आपको कोविड-19 का नेगेटिव टेस्ट कराना आवश्यकता थी ! हम लोगों ने अस्पताल जाकर अपना कोविड-19 का टेस्ट कराया !उस समय यह आवश्यकता की कोविड-19 का टेस्ट यात्रा से 24 one calender day घंटे पहले ही होना चाहिए हमने यह पूर्णतया सुनिश्चित किया कि हम समय पर यह टेस्ट करवाएंगे ! सौभाग्य से कोविड-19 का टेस्ट नेगेटिव निकला ! हम बहुत ही उत्साह पूर्वक जयपुर से दिल्ली की ओर रवाना हुए !
काफी झिकझिक के बाद महज 24 घण्टे का सर्टिफिकेट माना
दिल्ली पर Indira gandhi international airport पर एयर इंडिया के Check in counter पर हमने अपने पासपोर्ट, टिकट और कोविड-19 टेस्ट का प्रमाण पत्र दिया! मन में बहुत उम्मीद थी कि अब एयर इंडिया का संचालन टाटा ग्रुप के द्वारा किया जा रहा है इसलिए बहुत सारे परिवर्तन देखने को मिलेंगे ! परिवर्तन यह मिला की जब हम टिकट के चेक इन काउंटर पर एयर इंडिया के स्टाफ ने हमारा कोविड-19 टेस्ट का प्रमाण पत्र देखा जो कि 1 दिन पहले हमने जयपुर में करवाया था , हमें बड़ा आश्चर्य हुआ जब उस काउंटर के स्टाफ मेंबर सदस्य ने एक दिन पहले का कोविड-19 प्रमाण पत्र मानने से इनकार कर दिया और उन्होंने कहा कि नहीं जिस दिन आप यात्रा करेंगे उस दिन होना का प्रमाण पत्र होना चाहिए ! हमने उनको बताया लेकिन वह सहमत नहीं हुए ! उन्होंने अपने एक सीनियर से पूछा उसने हमारा प्रमाण पत्र मान लिया !
हमें बड़ा आश्चर्य हुआ जब एयर इंडिया के स्टाफ ने हमसे यह पूछा कि आप अमेरिका क्यों जा रहे हैं , किसके पास जा रहे हैं आपके पास कोई इनविटेशन पत्र है कि नहीं ! मैंने बड़े आश्चर्य से उसको अपना अमेरिका का वीजा दिखाया और अपने जाने का जानकारी भी दी ! साधारण तौर से यह जानकारी भारत के प्रवासी काउंटर पर होनी चाहिए ! फिर भी मन को शांत रखा और बोर्डिंग पास ले लिया ! बोर्डिंग पास लेकर जब हम सिक्योरिटी चेक के पास गए तब हमें बड़ा सुखद आश्चर्य हुआ की इमीग्रेशन में सीनियर सिटीजन के लिए एक अलग से काउंटर बना हुआ था और हम लोगों को इमीग्रेशन लेने में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हुई !
हमारा सिक्योरिटी चेक हुआ और उसके बाद हम विमान की ओर अग्रसर हुए ! विमान की ओर अग्रसर होते समय ए मन में यह विचार आ रहा था क्योंकि एयर इंडिया की उड़ान अब टाटा ग्रुप के पास है तो जहाज में अवश्य कुछ अच्छे परिवर्तन हुए होंगे ! अच्छे मन से जहाज के अंदर गए अपने स्थान पर स्थान ग्रहण किया !
16 घंटे की उड़ान और एयर इंडिया की महान व्यवस्था
दिल्ली से सन फ्रांसिस्को की उड़ान लगभग 16 घंटे होती है ! हमेशा यह मन में ध्यान रहता है कि 16 घंटे का समय किस प्रकार से कटेगा लेकिन इस बात का भी सहारा रहता है की हर सीट के सामने एक टेलीविज़न स्क्रीन होता है और उसे स्क्रीन में हिंदी अंग्रेजी की Movies होती हैं , संगीत के कार्यक्रम होते हैं , बच्चों के खेलने के लिए कार्यक्रम होते हैं एवं अन्य सुविधा होती है ! मन में यह था कि हम समय-समय पर हिंदी अंग्रेजी की movies देखेंगे और उसका लाभ उठाएंगे !
उड़ान शुरू हुई ,जलपान शुरू हुआ, जलपान के बाद अब समय था टेलीविजन देखने का हमने टेलीविजन के लिए आवश्यक रिमोट आदि से प्रयास किया लेकिन दुर्भाग्यवश टेलीविजन चला ही नहीं ! हमने Air Hostess से कहा उन्होंने कहा हमको अफसोस है कि आपका टीवी नहीं चल रहा लेकिन हम इसमें कुछ भी नहीं कर सकते ! मैं यह सोच ही रहा था उतने में ही आसपास के विजिटर्स ने भी शिकायत करी ! लेकिन कोई असर नहीं हुआ ! उनसे यह भी आग्रह किया जहाज में किसी सीनियर सुपरवाइजर को बुलाइए हम उससे बात करना चाहते हैं तब उन्होंने साफ शब्दों में कहा अब कोविड के समय संपर्क कम से कम होता है !
और हमने आत्मनिर्भर बनने का लिया फैसला
हमें एकदम से ख्याल आ गया कि हमको आत्मनिर्भर होना चाहिए अतः हमने अपने आईपैड पर लोड की हुई कुछ मूवीस देखी और समय बिताया ! जहाज की यात्रा समय पर समाप्त हुई और अब हम SanFrancisco एयरपोर्ट पर पहुंच गए ! बहुत ही सहजता से हमारा इमीग्रेशन क्लीयरेंस हुआ और हमको अमेरिका में 6 महीने रहने की अनुमति मिल गई ! खुशी खुशी हम लोग अपने सामान की ओर अग्रसर हुए जो कि पहले से ही लगेज बेल्ट से उतार लिया गया था !
अब उसको सामान को बाहर ले जाने के लिए हम trolly ढूंढने लगे तब मालूम चला कि अब अमेरिका में एक ट्रॉली लेने के लिए आपको US$ 8 देने पड़ते हैं ! यह बड़ा ही कष्टदायक आश्चर्य हुआ क्योंकि इसके पहले पूर्व यात्रा में इस प्रकार का कोई भी शुल्क नहीं था और आने वाले यात्रियों के लिए ट्रॉली फ्री होती थी ! मुझे यह बताते हुए बड़ी प्रसन्नता है भारतवर्ष में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर आज भी निशुल्क सेवा उपलब्ध है ! यात्रा के इन सभी अनुभवों के साथ अमेरिका में प्रवेश हुआ !
अमेरिका मे लगभग 5 महीनोंमें अपने परिवार के साथ सुखमय समय बिताया । बहुत आनंद आया । इस बीच SanFranscisco , Boston , NewYork , Seattle , PortLand , Bainbridge Island , Canon Beach ,Olympia शहरों की सैर करी। Apple , Microsoft ,FaceBook , Netflix तथा Amazon campuses का भी भ्रमण किया !
5 महीनो के सुखमय समय के बाद अब जाने की तिथि आ गई मन उदास होने लगा कि अपने बच्चों को जिनके साथ लगभग 5 महीने अमेरिका में बिताए अब उनसे विदा लेकर भारतवर्ष जाएंगे ! मन में एक अजीब सा अनुभव था लेकिन एक विचार यह भी था कि अपने देश में वापस जा रहे हैं अपने लोगों के पास वापस जा रहे हैं अपने दोस्तों से मिलने जा रहे हैं और उनके साथ समय बिताने जा रहे हैं ! 28 अगस्त को वह तिथि आई गई हम लोगों ने सैन फ्रांसिस्को से दिल्ली की उड़ान फिर भरी ! एक बार पुनः एयर इंडिया में यात्रा करें ! मन ही मन में सोच रहा था कि मार्च 2022 में टाटा ने कुछ समय पहले ही एयर इंडिया का भार संभाला है इसलिए स्थिति में कोई सुधार नहीं होने की संभावना थी लेकिन अब इतने लंबे समय के बाद पूरे आश्वस्त थे की सैन फ्रांसिस्को से दिल्ली की यात्रा सुखद और आनंद में रहेगी ! जहाजअपना स्थान ग्रहण किया !
डिनर नहीं सपर मिला…
समय से एयर इंडिया का विमान सैन फ्रांसिस्को से रवाना हुआ ! कुछ देर के बाद जलपान शुरू हुआ और उसके बाद हम लोगों को भोजन मिला ! भोजन स्वादिष्ट था ! भोजन मे एक छोटी सी , प्यारी सी नन्ही सी 2X1 इंच की ठोस Bread थी , माखन 2 ग्राम , एक डिश मे पनीर की सब्जी के साथ फ्राइड चावल । एक प्याला दही और एक मीठा व्यंजन था, भारतियों का प्रिय आचार नहीं था ! दिये गए भोजन के साथ के अतिरिक्त दुबारा कोई चीज़ न पूछी गई और न सर्व किया गया ! भोजन के बाद चाय / कॉफी, एक बार के लिए उपलब्थ थी ! भोजन के बाद मनोरंजन की बारी थी !
बड़ी प्रसन्नता हुई इस बार सीट के सामने वाला टीवी स्क्रीन चल रहा था उसमें विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों के बारे में विवरण दिया था ! उत्साहित होकर एक हिंदी की फिल्म को देखने के लिए बटन दबाया ! फिल्म का नाम था “एजेंट विनोद “ मूवी शुरू हो गई और फिर उसको सुनने के लिए जब ईयर फोन लगाया तब मालूम चला कि जिस बटन को साउंड के लिए प्रयोग किया जाता है वह बटन गायब था ! एक बार पुनः पुराने दिनों की याद आ गई जब साइलेंट मूवी दिखाया करते थे ! यह सोचा की बगल वाली सीट पर कोशिश की जाए तो मालूम चला उसमे टी वी सुचारू रूप से कार्य नहीं करता ! एक तीसरी सीट पर कोशिश की तो उसमें मूवी चल रही थी लेकिन उसमें वॉल्यूम कंट्रोल नहीं था ! इसलिए कभी आवाज आ रही थी ,कभी नहीं आ रही थी , कभी जोर से आ रही थी !
धीरे-धीरे समय बीत गया उसके बाद लगभग 8 घंटे बाद भोजन फिर शुरू हुआ ! लेकिन आश्चर्य की बात है कि भोजन के साथ किसी भी प्रकार का कोई पेयजल उपलब्ध नहीं था ! भोजन की प्लेट पर एक कप पानी की व्यवस्था थी ! जब एयर स्टाफ से पूछा कि इस समय कोई जलपान की व्यवस्था नहीं है तब उन्होंने बताया कि इस समय हम आपको Supper सर्व कर रहे हैं और Supper में कोई जलपान नहीं होता केवल भोजन होता है ! हम आप को डिनर नहीं दे रहे !
उस दिन dinner और supper मे अंतर मालूम चला ! हमें बड़ा आश्चर्य हुआ 8 घंटे बाद भोजन दिया जा रहा है ! फिर भी किसी प्रकार का कोई भी पेयजल नहीं है ! शाम की चाय तक नहीं ! इतना ही नहीं 8 घंटे में के दौरान कभी Air HostessesQ स्टाफ में यह भी नहीं पूछा कि किसी को पानी , जूस की या किसी अन्य चीज की आवश्यकता है कि नहीं ! हाँ शाम के भोजन मे ´आचार” भी था ! फिर देखा गया की जहाज मे सबसे पीछे जहां पर एक किचन की व्यवस्था होती है वहां पर कुछ पेयजल उपलब्ध और आप जाइए और स्वत ले लीजिए ! एक बार फिर आत्मनिर्भरता का ज्ञान हुआ ! यात्रा समय से पूरी हुई ! जहाज मे एक उद्बोधन हुआ की सभी यात्रीगण से यह निवेदन है जिनके पास कंबल की सुविधा दी गई थी उसको pack करके जहाज के ऊपर वाले सामान वाले खाने में रख दें !
इन सब प्रक्रिया के बाद खुशी खुशी जहाज से उतरे और एक बार पुनः अपने देश में प्रवेश किया और इमीग्रेशन की ओर अग्रसर हुए ! इमीग्रेशन में बहुत लंबी पंक्ति लगी हुई थी ! मैंने Airport एक सहायक से पूछा कि सीनियर सिटीजन कौन सी लाइन है ! उसने मुझे दूर से बताया है कि जितनी यहां पंक्तियां लगी है , सबसे आखिर में सीनियर सिटीजन के लिए सुविधा है ! मैं बहुत प्रसन्न हुआ कि एक अच्छा परिवर्तन किया गया है !
लेकिन जैसे ही वहां पर पहुंचा तब यह मालूम चला की सीनियर सिटीजन के साथ ही साथ जो यात्रीगण व्हीलचेयर पर है या कोई अन्य रोग से ग्रस्त हैं उनके लिए एक ही लाइन है और एक ही काउंटर है और उस काउंटर पर कोई भी डिसिप्लिन नहीं था ! 10:15 मिनट इंतजार करने के बाद यह लगा यहां पर इमिग्रेशन काउंटर पर चेकिंग हो रही है उससे इस लाइन में कम से कम एक घंटा लगेगा ! भारी मन से दूसरी पंक्ति में जाकर खड़े हो गए ! लगभग 1 घंटे बाद इमीग्रेशन से clearance मिला ! खुशी से सामान लिया ! सबसे बहुत सुखद आश्चर्य हुआ जब सामान ले जाने के लिए Trolly मुफ्त में थी , कोई भी शुल्क नहीं था ! जबकि अमेरिका में एक Trolly के लिए $8 लगते हैं अर्थात ₹600 ! बड़ा सुखद आश्चर्य हुआ कि किसी भी प्रकार का कोई अवरोध नहीं मिला ! कस्टम वालों ने सुविधा पूर्वक जाने दिया ! अपने देश में आकर प्रसन्नता हुई। बड़ा आनंद आया बड़ा सुख मिला ! जय हिन्द !