- आईआईटी(बीएचयू) में नौवां दीक्षांत संपन्न
- समारोह में कुल 1481 मेधावी विद्यार्थियों और रिसर्च स्कालर्स को दी गई उपाधि
- देश में पहली बार मिक्स्ड रियलिटी तकनीक से आयोजित हुआ दीक्षांत
वाराणसी। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT, BHU) वाराणसी (Varanasi) का नौवां दीक्षांत समारोह (Convocation) सोमवार को बीएचयू परिसर स्थित स्वतंत्रता भवन में धूमधाम से आयोजित किया गया। देश में पहली बार मिक्स्ड रियलिटी तकनीक (Mixed reality technique) की मदद से यूएसए (USA) से क्लाउड बेस्ड इंफार्मेशन सिक्योरिटी कंपनी ‘जैसकेलर’ की तकनीकी मदद से दीक्षांत का आयोजन हुआ।
जैसकेलर के सीईओ व संस्थापक जय चौधरी और बंगलुरू से संस्थान के बोर्ड ऑफ गवर्नस के चेयरमैन पद्मश्री डाॅ कोटा हरिनारायन ने दीक्षांत समारोह में शिरकत की। समारोह में संस्थान के निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने मेधावियों को उपाधि, पदक और पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
सम्मान पाकर चहक उठी महामना की बगिया
कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के छात्र अंकन बोहरा ने प्रेसीडेंट्स स्वर्ण पदक समेत सर्वाधिक सात स्वर्ण पदक, एक रजत और एक डाॅ एनी बेसेंट पुरस्कार पाकर अपनी मेधा का परचम लहराया। वहीं रसायनिक अभियांत्रिकी के छात्र अवनीश सिंह को छह स्वर्ण पदक और दो पुरस्कार मिला।
इसके अतिरिक्त इलेक्ट्राॅनिक्स इंजीनियरिंग के अमन श्रेष्ठ को पांच स्वर्ण, दो पुरस्कार, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के शिखर गुप्ता को चार स्वर्ण, दो पुरस्कार, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के प्रशांत बघेल को चार स्वर्ण एक पुरस्कार, मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग की छात्रा अनुष्का पाल को चार स्वर्ण, सिविल इंजीनियरिंग के अंकित कुमार को दो स्वर्ण, तीन पुरस्कार, फार्मास्युटिकल इंजीनियरिंग व टेक्नोलाॅजी के पार्थ अजमेरा को दो स्वर्ण, एक पुरस्कार, सिविल इंजीनियरिंग के सुरेन्द्र बनिया, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के विनय कुमार यादव और माइनिंग इंजीनियरिंग के शुभम कुमार महतो ने दो-दो स्वर्ण पदक प्राप्त किये।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग की छात्रा अनन्या गुप्ता को सभी बीटेक स्नातकों के बीच उत्कृष्ट आल राउंड प्रदर्शन और उत्कृष्ट संगठनात्मक क्षमताओं एवं नेतृत्व गुणों के लिए निदेशक स्वर्ण पदक और श्रीमती इंदिरा त्रिपाठी स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया।
1481 मेधावियों को उपाधि
दीक्षांत समारोह में विविध पाठ्यक्रमों में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले कुल 52 स्नातकों को विभिन्न श्रेणियों में 80 स्वर्ण व रजत पदक और 16 प्राइज प्रदान किये गए। वहीं, विभिन्न पाठ्यक्रमों के 1481 मेधावी छात्रों को उपाधि प्रदान की गई जिसमें 775 बीटेक/बीफार्मा, 259 आईडीडी/आईएमडी, 294 एमटेक/एमफार्मा और 153 शोधार्थियों को पीएचडी डिग्री से सम्मानित किया गया।
पुरस्कार वितरण का संचालन डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रोफेसर श्याम बिहारी द्विवेदी ने किया। मंच पर कार्यवाहक कुलसचिव राजन श्रीवास्तव उपस्थित रहे। इससे पहले समारोह का शुभांरभ महामना की प्रतिमा पर माल्यार्पण और कुलगीत के साथ हुआ।
दीक्षांत के आरंभ की घोषणा चेयरमैन बीओजी डाॅ कोटा हरिनारायन ने की। संस्थान के निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने संस्थान की उपलब्धि की आख्या पढ़ी।
कोविड प्रोटोकाॅल के तहत इस बार दीक्षांत समारोह में सिर्फ मेडल प्राप्त करने वाले छात्रों एवं संस्थान अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष व पदाधिकारी ही समारोह में उपस्थित रहे। देश के विभिन्न हिस्सों से पुरातन व वर्तमान छात्रों, शिक्षाविदों और अन्य अतिथि ऑनलाइन माध्यम से उपस्थित रहे। संस्थान की वेबसाइट पर समारोह का सजीव प्रसारण किया गया।
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