प्रो. अशोक कुमार
भारत में कैंसर एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्या है। 2022 में, भारत में कैंसर के मामलों की अनुमानित संख्या 14,61,427 थी, जो दुनिया में कैंसर के मामलों का लगभग 20% है। कैंसर से होने वाली मृत्यु दर भी भारत में उच्च है, 2018 से 2022 के दौरान 8,08,558 लोगों की मृत्यु हुई। कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन समय पर पता लगाने और इलाज के साथ, कई लोगों को कैंसर से ठीक होने में मदद मिल सकती है।
समझिए कैंसर को
कैंसर को समझने के लिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि हमारे शरीर की रचना कैसे होती है। हमारा शरीर विभिन्न कोशिकाओं के संघटन से बनता है। शरीर में सभी ऊतक कोशिकाओं से बने होते हैं। ऊतक मिलकर विभिन्न अंगो का निर्माण करते हैं और भिन्न अंग मिलकर एक शरीर की रचना करते हैं। कोशिकाएं विभाजित होकर नई कोशिकाओं का निर्माण करती हैं, जो शरीर के विकास और मरम्मत के लिए आवश्यक होती हैं।
कैंसर तब होता है जब कोशिकाओं में एक या अधिक जीन में बदलाव होता है। ये बदलाव कोशिकाओं को असामान्य रूप से बढ़ने और विभाजित होने का कारण बन सकते हैं। ये कोशिकाएं नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं और शरीर के अन्य भागों में फैल सकती हैं।
प्रारंभिक लक्षणों को जानना महत्वपूर्ण
कैंसर के प्रारम्भिक लक्षणों की जानकारी के बारे में जागरूक होना महत्वपूर्ण है ताकि कैंसर का जल्दी पता लगाया जा सके और इसका सफल इलाज किया जा सके। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, कैंसर के 30% से 50% मामलों को रोका जा सकता है। जागरूकता से कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है, जिससे कैंसर के मामलों की संख्या में कमी आ सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का अनुमान है कि कैंसर के 30% से 50% मामलों को जीवनशैली में बदलाव और अन्य निवारक उपायों से रोका जा सकता है। जागरूकता इन उपायों को अपनाने के लिए महत्वपूर्ण है।
पहले जानिए कैंसर रोकथाम दिवसों के बारे में…
कैंसर से रोकथाम के लिए विश्व मे जागरूकता दिवस मनाए जाते हैं ताकि लोगों को कैंसर के बारे में अधिक जानकारी मिल सके और वे इसके जोखिम को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठा सकें। इन दिवसों पर कैंसर के कारणों, लक्षणों, और बचाव के तरीकों के बारे में जागरूकता फैलाई जाती है।
कैंसर से रोकथाम के लिए कुछ प्रमुख जागरूकता दिवस
- कैंसर जागरूकता सप्ताह (Cancer Awareness Week): प्रत्येक साल 22-28 जनवरी को कैंसर जागरूकता सप्ताह मनाया जाता है। इस सप्ताह में कई देशों में कैंसर से संबंधित कार्यक्रम और अभियान आयोजित किए जाते हैं।
- विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day): यह दिवस हर साल 4 फरवरी को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इसका इलाज खोजने के लिए शोध को बढ़ावा देना है।
- कैंसर जागरूकता माह (Cancer Awareness Month): प्रत्येक साल अप्रैल माह को कैंसर जागरूकता माह के रूप में मनाया जाता है। इस माह में कई देशों में कैंसर से संबंधित कार्यक्रम और अभियान आयोजित किए जाते हैं।
- स्तन कैंसर जागरूकता दिवस (Breast Cancer Awareness Day): यह दिवस हर साल 1 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य स्तन कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इसका जल्दी पता लगाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना है।
- पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर जागरूकता दिवस (Prostate Cancer Awareness Day for Men): यह दिवस हर साल 17 सितंबर को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इसका जल्दी पता लगाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना है।
- राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस (National Cancer Awareness Day): यह दिवस भारत में हर साल 7 नवंबर को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना और लोगों को इसके बचाव के तरीकों के बारे में शिक्षित करना है। 7 नवंबर को भारत में राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने से कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने में मदद मिल सकती है। इस दिन को मनाने के लिए सरकार, स्वास्थ्य सेवा प्रदाता, और समाज के अन्य सदस्यों को मिलकर काम करना चाहिए।
जागरूकता क्यों?
कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना: इस दिन को मनाने से लोगों को कैंसर के बारे में अधिक जानकारी मिल सकेगी, और वे कैंसर से बचने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित होंगे।
लोगों को कैंसर के जोखिम कारकों से बचने के लिए प्रेरित करना: इस दिन को मनाने से लोग कैंसर के जोखिम कारकों से बचने के लिए कदम उठा सकते हैं, जैसे कि धूम्रपान छोड़ना, स्वस्थ आहार खाना, और नियमित रूप से व्यायाम करना।
कैंसर के शुरुआती लक्षणों को पहचानने के लिए लोगों को जागरूक करना: इस दिन को मनाने से लोग कैंसर के शुरुआती लक्षणों को पहचान सकते हैं और तुरंत डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।
इलाज के बारे में लोगों को शिक्षित करना: इस दिन को मनाने से लोग कैंसर के इलाज के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, जैसे कि विभिन्न प्रकार के उपचार और उनकी प्रभावशीलता।
कैंसर रोकथाम के लिए प्रारम्भिक लक्षणों की जानकारी कैसे?
स्तन कैंसर: स्तन में गांठ, स्तन के आकार या आकार में बदलाव, स्तन से निर्वहन, निपल के पीछे पीछे हटना
प्रोस्टेट कैंसर: पेशाब में बार-बार जाना, पेशाब में दर्द, वीर्य में खून
फेफड़ों का कैंसर: खांसी, खांसी में खून, सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द
बृहदान्त्र और मलाशय का कैंसर: मल में खून, मल त्याग में बदलाव, पेट में दर्द
पेट का कैंसर: पेट में दर्द, पेट में सूजन, भूख में कमी
मस्तिष्क का कैंसर: सिरदर्द, मिर्गी के दौरे, दृष्टि में बदलाव, बोलने में कठिनाई
प्रमुख कारण
- धूम्रपान कैंसर के सबसे प्रमुख कारणों में से एक है। यह फेफड़े, मुंह, गले, पेट, और अन्य अंगों के कैंसर का खतरा बढ़ाता है।
- अत्यधिक शराब का सेवन कम करना: अत्यधिक शराब का सेवन मुंह, गले, पेट, और यकृत के कैंसर का खतरा बढ़ाता है।
- स्वस्थ आहार खाना: स्वस्थ आहार कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। इसमें ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, और कम वसायुक्त प्रोटीन शामिल होना चाहिए।
सक्रियता बेहद जरूरी
शारीरिक रूप से सक्रिय रहना: शारीरिक रूप से सक्रिय रहने से वजन कम करने, स्वस्थ रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने, और कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।
नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवाना: नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवाने से कैंसर के शुरुआती लक्षणों का पता लगाने में मदद मिल सकती है, जब इलाज सबसे प्रभावी होता है।
कैंसर के जोखिम को कैसे करें कम
सूरज की रोशनी से बचना: सूर्य की UVA और UVB किरणें त्वचा कैंसर का कारण बन सकती हैं। बाहर जाने पर सनस्क्रीन लगाना, टोपी और धूप का चश्मा पहनना, और धूप में रहने से बचना महत्वपूर्ण है।
एचपीवी वैक्सीन लगवाना: एचपीवी वैक्सीन महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर और पुरुषों में गुदा कैंसर के जोखिम को कम कर सकती है।
एचआईवी संक्रमण से बचना: एचआईवी संक्रमण से ग्रस्त लोगों में कुछ प्रकार के कैंसर, जैसे कि एड्स-संबंधी कैंसर, होने का खतरा बढ़ जाता है।
तनाव को कम करें: तनाव कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है। तनाव प्रबंधन तकनीकों का अभ्यास करके, आप अपने तनाव के स्तर को कम करने और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।
पर्याप्त नींद लें: पर्याप्त नींद न लेना कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है। प्रति रात 7-8 घंटे की नींद लेना महत्वपूर्ण है।
स्वस्थ वजन बनाए रखें: अधिक वजन या मोटापा कैंसर के कई प्रकारों के जोखिम को बढ़ा सकता है। स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए, स्वस्थ आहार खाएं और नियमित रूप से व्यायाम करें।
नियमित रूप से जांच करवाएं: नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवाने से कैंसर के शुरुआती लक्षणों का पता लगाने में मदद मिल सकती है, जब इलाज सबसे प्रभावी होता है।
इन उपायों को अपनाकर, आप कैंसर के विकास के अपने जोखिम को कम कर सकते हैं और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। कैंसर के बारे में जागरूक होना और इसके जोखिम को कम करने के लिए कदम उठाना महत्वपूर्ण है।
(Prof Ashok Kumar, गोरखपुर विश्वविद्यालय, कानपुर विश्वविद्यालय सहित कई विश्वविद्यालयों के कुलपति रह चुके हैं। हॉयर एजुकेशन के एक्सपर्ट हैं। वह वर्तमान में कैंसर जैसे अति गंभीर रोगों के बारे में जागरूकता अभियान को चला रहे।)
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Very Informative and useful Article