एक्ट्रेस ईशा आलिया, जिसकी कनपटी पर गोली मारी, चीथड़े उड़े:डिक्की में लाश लेकर घूमता रहा डायरेक्टर पति, गांव में अंतिम संस्कार की इजाजत नहीं मिली

कहानी है दिसंबर 2022 की। झारखंड फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाले डायरेक्टर प्रकाश अपनी कार से पुलिस स्टेशन पहुंचे। हाथ में एक तीन साल की बच्ची थी। उतरते ही उन्होंने पास खड़े पुलिसवालों से कहा कि कार की डिक्की में लाश है। कार खोली गई तो वाकई डिक्की में लाश थी। वो लाश थी नागपुर इंडस्ट्री की जानी-मानी एक्ट्रेस रिया कुमारी की जिसे इंडस्ट्री में ईशा आलिया नाम से पहचान मिली थी। कपड़े बेतरतीब थे, शरीर पर खून ही खून था और लाश की हालत अस्त-व्यस्त थी, मानों हड़बड़ी में लाश को कार में भर दिया गया हो। पुलिस ने तुरंत लाश निकालकर स्ट्रेचर पर रखी और जांच में जुट गई। लाश को साथ लाने वाला डायरेक्टर पति रोता-बिलखता बस यही कह रहा था कि लुटेरों ने मेरी पत्नी को मार दिया। हाथ में पकड़ी हुई 3 साल की बच्ची कुछ समझ नहीं पा रही थी। जांच शुरू करते ही पुलिस के सामने कई सवाल थे।। सवाल कि अगर लुटेरों ने गोलियां चलाईं तो पति और बच्ची को क्यों छोड़ दिया? अगर लुटेरे सिर्फ लूट करना चाहते थे तो हत्या क्यों कर दी? सवाल ये भी कि क्या वाकई लूट जैसी कोई घटना हुई थी? इन सभी सवालों के जवाब और एक्ट्रेस ईशा आलिया की हत्या और साजिश की कहानी जानिए, आज अनसुनी दास्तान के 3 चैप्टर्स में- रिया कुमारी झारखंड की मशहूर एक्ट्रेस थीं। उन्होंने एगो गोरी, दे दे मां दर्शन, फूलों बहारों में, रूपा सजाले गे, नशा तोर प्यार कर और मां शेरोंवाली जैसे कई नागपुरी म्यूजिक वीडियोज में काम किया था, जिससे उन्हें काफी पॉपुलैरिटी मिली थी। उनका अपना यूट्यूब चैनल भी था, जिसमें लाखों सबस्क्राइबर्स थे। इंडस्ट्री में काम करते हुए उनकी मुलाकात डायरेक्टर प्रकाश अलबेला से हुई थी। प्रकाश के लिए उन्होंने कई म्यूजिक वीडियोज में काम किया था। साथ समय बिताते हुए दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे, जबकि प्रकाश पहले से ही शादीशुदा थे। जब प्रकाश के पहली पत्नी से रिश्ते बिगड़ने लगे तो उन्होंने रिया कुमारी से शादी कर ली। शादी के बाद उनकी एक बेटी हुई। तीनों रांची के हजारीबाग इलाके में रहा करते थे। शादी के बाद भी रिया कुमारी ने फिल्मों और म्यूजिक वीडियो में काम करना जारी रखा। दिसंबर 2022 में उन्हें एक फिल्म मिली थी। फिल्म का प्रोड्यसूर कोलकाता में रहता था, उसके कहने पर ईशा कॉस्ट्यूम लेने 27-28 दिसंबर की दरमियानी रात कोलकाता के लिए रवाना हुई थीं, लेकिन अफसोस वो ये सफर पूरा नहीं कर सकीं और रास्ते में ही उनका कत्ल हो गया। जांच के लिए सबसे पहले पति प्रकाश अलबेला का बयान लिया गया। प्रकाश के बयान के अनुसार, वो सुबह करीब 6 बजे रांची-हावड़ा हाईवे के बगनान पहुंचे थे। पेशाब के लिए वो सुनसान जगह देखकर रुके, लेकिन उनके कार से उतरते ही वहां हथियारों से लैस 3 लुटेरे पहुंच गए। उन लुटेरों ने सबसे पहले प्रकाश का पर्स छीना और फिर कार में लूट करने लगे। ईशा भी इस दौरान कार से उतरी हुई थीं, जबकि 3 साल की बेटी प्रकाश की गोद में थी। जब ईशा ने लुटेरों का विरोध किया तो उन लोगों ने ईशा पर गोलियां चला दीं। ईशा को गिरते देख प्रकाश ने शोर मचाया तो लुटेरे डरकर भाग गए। खून काफी बह रहा था। आसपास मदद के लिए कोई नहीं था तो प्रकाश ईशा आलिया को कार से लेकर 8 किलोमीटर दूर गए, जहां मिले कुछ स्थानीय लोगों से उन्होंने मदद मांगी। स्थानीय लोग उन्हें नजदीकी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। साथ ही पुलिस को भी सूचना दे दी गई। उलबेरिया हॉस्पिटल में ईशा आलिया को मृत घोषित कर दिया गया। प्रकाश के बयान के अनुसार, सबसे पहले क्राइम सीन की जांच की गई। प्रकाश अपनी 3 साल की बेटी को गोद में लिए रोते हुए पुलिस को क्राइम सीन तक ले गए। उन्होंने हत्यारों के आने और भागने की दिशा बताई। पुलिस ने देखा कि क्राइम सीन के करीब ही एक फैक्ट्री है, जिसमें सीसीटीवी कैमरा लगा है। जब कैमरा खंगाला गया तो चौंकाने वाली बात ये रही कि प्रकाश के बयान के अनुसार वहां कोई हलचल नहीं थी। वक्त के अनुसार, न वहां कोई आया था, न कोई वहां से भागता देखा गया। फोरेंसिक टीम ने जब क्राइम सीन की बारीकी से जांच की तो वहां कोई बुलेट फ्रंटल भी नहीं मिला, जो आमतौर पर गोली चलाए जाने के बाद बुलेट से गिरता है। साथ ही वहां कोई खून के निशान भी नहीं थे, जबकि प्रकाश के बयान के अनुसार, गोली लगते ही ईशा जमीन पर गिर पड़ी थीं। जांच की अगली कड़ी थी वो कार, जिसमें प्रकाश ईशा का शव लेकर आए थे। कार की हालत बेतरतीब थी। पिछली सीट खून से सनी हुई थी। ईशा को भेजे में गोली लगी थी, जिससे उनके दिमाग के चीथड़े कार की सीट पर चिपके हुए थे। फोरेंसिक टीम को कार के अंदर ही बुलेट का फ्रंटल पार्ट भी मिल गया। घटना से जुड़े सबूत और प्रकाश का बयान तालमेल नहीं खा रहे थे, जिससे पुलिस को प्रकाश पर शक हुआ। पोस्टमॉर्टम कर रही डॉक्टर्स की टीम से मिली रिपोर्ट भी प्रकाश के बयान को झूठा साबित कर रही थी। प्रकाश ने कहा कि मुठभेड़ में लुटेरों ने ईशा को गोली मारी, लेकिन असल में ईशा की कनपटी पर पॉइंट ब्लैंक रेज से गोली लगी थी, जो दिमाग को चीरते हुए दूसरी कनपटी से निकली थी। मारपीट के दौरान ऐसा होना मुमकिन नहीं था। ऐसा तब ही मुमकिन था, जब कंट्रोल सिचुएशन में गोली चलाई जाए। डॉक्टर्स ने दावा किया कि ईशा आलिया को जिस समय गोली लगी, वो उस समय सो रही थीं। तीसरी शक की वजह थी प्रकाश का ये दावा करना कि उसे क्राइम सीन से 8 किलोमीटर दूर मदद मिली, जबकि जहां गोलियां चली थीं, वहां से महज 100 मीटर की दूरी पर ट्रैफिक पुलिस की चेकपोस्ट थी, जहां उस रोज सुबह पुलिस मौजूद थी। ईशा की मौत को महज 1 दिन ही हुआ था कि उनके परिजनों ने प्रकाश पर बेटी की हत्या का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत में परिवार ने बताया कि प्रकाश अक्सर ईशा के साथ मारपीट किया करता था। ये सबूत प्रकाश की गिरफ्तारी के लिए काफी थे। पुलिस ने प्रकाश को गिरफ्तार किया, तो वो लगातार यही कहता रहा, मैंने अपनी पत्नी को नहीं मारा। कई बार एक ही बयान दोहराने के बाद पुलिस की सख्ती के आगे प्रकाश टूट गया। उसने आरोप कबूल कर लिए। प्रकाश के इकबाल-ए-जुर्म के अनुसार, घर से निकलने से पहले ही वो ईशा आलिया की हत्या की साजिश रच चुका था। कुछ दिनों पहले वो फेसबुक के जरिए मोहित कुमार के संपर्क में आया था। दोनों की सोशल मीडिया पर दोस्ती बढ़ी और मोहित ने ही दोस्ती की खातिर प्रकाश को हथियार मुहैया करवाया। इस कत्ल में प्रकाश का भाई संदीप भी शामिल था, जिसने साथ मिलकर कत्ल की कहानी रची और इसे लूट दिखाने का प्लान बनाया। महज 24 घंटों के अंदर ही हावड़ा पुलिस ने इस मामले से जुड़े तीनों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया था। क्या थी कत्ल की वजह? दरअसल, ईशा आलिया उर्फ रिया कुमारी से शादी करने से पहले ही प्रकाश एक दूसरी महिला से शादी कर चुका था, जिससे उसे दो बच्चे थे। इस बात की जानकारी ईशा को नहीं थी। जब शादी के कुछ महीनों बाद ईशा को इसकी खबर लगी तो घर में खूब हंगामा हुआ। दोनों का इस बात पर अक्सर झगड़ा होता था और कई बार बात मारपीट तक भी पहुंच गई थी। झगड़ा इतना बढ़ा कि रांची के हजारीबाग में इस मुद्दे पर पंचायत भी बैठी थी। पंचों के फैसले के अनुसार, प्रकाश को दोनों पत्नियों को बराबर हक देना था। हालांकि ईशा इसके खिलाफ थीं। वो अक्सर प्रकाश को पहली पत्नी से मिलने से रोकती थीं, जो झगड़े की जड़ बन चुकी थी। वहीं दूसरी तरफ प्रकाश को ईशा के स्टार होने और उनके खुले मिजाज से आपत्ति थी। वो अक्सर उन्हें लोगों से मिलने-जुलने और पार्टी करने से रोकता था। इन सारे विवादों के बीच फिल्मों में लगाए पैसे डूबने से प्रकाश अलबेला 30 लाख के कर्ज में फंस गया था। प्रकाश का कर्ज बढ़ रहा था, लेकिन पत्नी ईशा लाखों होने के बावजूद उसकी मदद नहीं कर रही थी। ईशा के नाम पर कई इंश्योरेंस भी थे। तब सारे विवादों से एक बार में ही निपटने के लिए प्रकाश अलबेला ने ईशा का कत्ल करने की साजिश रच ली। पहले उसने हथियार जुटाया और फिर कोलकाता ले जाने के बहाने ईशा की हत्या कर दी। पैतृक गांव में नहीं मिली अंतिम संस्कार की जगह चंद घंटों में ही एक्ट्रेस ईशा आलिया हत्याकांड का खुलासा हो गया, लेकिन दूसरी तरफ उनके अंतिम संस्कार पर विवाद हुआ। पोस्टमॉर्टम के बाद जब ईशा आलिया का शव उनके परिजनों को सौंपा गया, तो परिवार उनका शव पैतृक गांव चौपारण ले गया। हालांकि गांववालों ने दूसरी जाति में शादी करने के विरोध में उनके अंतिम संस्कार की इजाजत नहीं दी। कई विवादों के बाद उनके शव को हजारीबाग लाया गया, जहां उन्हें अंतिम विदाई दी गई। फिल्मी सितारों से जुड़ीं ये अनसुनी दास्तानें भी पढ़िए- मॉडल विवेक साहू, जिसे गोली मारी गई:मौत से पहले कहा- जान को खतरा है; गर्लफ्रेंड से अनबन और 3 करोड़ की प्रॉपर्टी में उलझी गुत्थी 21 अगस्त 2024 को विवेक साहू की लाश खेतों में मिली थी, शरीर पर कई चोट थीं, गले पर उंगलियों के निशान थे और पीठ पर गोली लगी थी। जब मॉडल विवेक साहू हत्याकांड की जांच शुरू हुई तो कई चौंका देने वाले खुलासे हुए। पूरी खबर पढ़िए… नाजायज रिश्ते, ब्लैकमेलिंग और मॉडल दिव्या के कत्ल की कहानी:होटेलियर बॉयफ्रेंड ने गोली मारी, CCTV फुटेज में लाश घसीटते दिखा स्टाफ; नहर में मिली थी लाश 1 जनवरी 2024 को दिव्या नए साल का जश्न मनाने घर से निकलीं, लेकिन फिर लौटी नहीं। परिवार की तलाश एक होटल के रूम नंबर 111 पर जाकर खत्म हुई, जहां उनका कत्ल हुआ था। कातिलों के पकड़े जाने के बाद दिव्या की लाश एक नहर में सड़ी-गली हालत में मिली थी। पूरी खबर पढ़िए…बॉलीवुड | दैनिक भास्कर