1955 में रिलीज हुई सत्यजीत रे की फिल्म पाथेर पंचाली में नजर आईं एक्ट्रेस उमा दासगुप्ता का 84 साल की उम्र में निधन हो गया है। एक्ट्रेस लंबे समय कैंसर से जंग लड़ रही थीं। उन्होंने कोलकाता के अस्पताल में आखिरी सांस ली। उमा दासगुप्ता के निधन की पुष्टि उनके रिश्तेदार और एक्टर चिरंजीत चक्रवर्ती ने की है। कैंसर से जूझ रहीं वेटरन एक्ट्रेस का इलाज बीते कुछ दिनों से कोलकाता के प्राइवेट अस्पताल में चल रहा था। तृणमूल कांग्रेस के लीडर और बंगाली राइटर कुणाल घोष ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए उमा को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने फेसबुक पोस्ट में लिखा है, पाथेर पंचाली की दुर्गा अब चली गई हैं। बताते चलें कि उमा दासगुप्ता को सत्यजीत रे की फिल्म पाथेर पंचाली के लिए जाना जाता है। फिल्म में उन्होंने दुर्गा रॉय की बेहतरीन भूमिका निभाई थी। दरअसल, उमा की स्कूल के हेडमास्टर, उस दौर के मशहूर फिल्ममेकर सत्यजीत रे के दोस्त हुआ करते थे। जब सत्यजीत रे ने अपने हेडमास्टर दोस्त को फिल्म में काम करने के लिए एक लड़की का सुझाव मांगा, तो उन्होंने उमा का नाम लिया और इस तरह 14 साल की उम्र में उमा का फिल्मों से रिश्ता जुड़ा। इसके बाद उमा चंद आर्ट फिल्मों का ही हिस्सा रहीं, लेकन वो कभी मेन स्ट्रीम सिनेमा से नहीं जुड़ीं। फिल्म पाथेर पंचाली, बिभूतिभूषण की इसी नाम की नावेल पर बनी थी। साल 2022 में इंडियन फेडरेशन ऑफ फिल्म क्रिटिक्स द्वारा किए गए एक सर्वे के अनुसार 1955 की फिल्म पाथेर पंचाली को भारत की सर्वश्रेष्ठ फिल्म का दर्जा दिया गया है। बता दें कि सत्यजीत रे की यह फिल्म आज भी कई फिल्म इंस्टीट्यूट के सिलेबस में शामिल है। फिल्म पाथेर पंचाली अपू और उसकी बड़ी बहन दुर्गा की कहानी है कि कैसे दोनों ग्रामीण जीवन की मुश्किलों के बीच जिंदगी गुजारते हैं। बांग्ला फिल्म पाथेर पंचाली सिनेमा जगत में काफी सराही जाती है। यह फिल्म किशोर कुमार को इस कदर पसंद आई कि उन्होंने खुश होकर सत्यजीत रे को 5 हजार रुपए दिए थे। ये बात भी कम लोग ही जानते हैं कि किशोर कुमार की पत्नी रुमा और सत्यजीत रे दूर के रिश्तेदार हैं।बॉलीवुड | दैनिक भास्कर