Youth Shot at Traffice signal in France: फ्रांस में ट्रैफिक सिग्नल पर न रुकने पर एक युवक को गोली मार दी गई। युवक को गोली मारे जाने के बाद उसकी कार करीब 200 मीटर दूर जाकर एक पोल से टकरा गया। इस घटना के बाद हिंसा भड़क गई। पेरिस की सड़कों पर बुधवार से प्रदर्शन हो रहे हैं। लोगों ने पुलिस पर भी पटाखे फेंके। गुस्साई भीड़ ने कई बिल्डिग्स और कारों में आग लगा दी। उधर, पुलिस ने गोली चलाने वाले अफसर को हिरासत में ले लिया है। इसके अलावा 150 से अधिक प्रदर्शनकारियों को अरेस्ट किया जा चुका है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। मैक्रों ने कहा- इस घटना से पूरे देश सदमे में है। किसी भी तर्क से इस तरह एक युवक की हत्या को सही नहीं ठहराया जा सकता। उन्होंने हिंसा कर रहे लोगों से रोकने की अपील की है।
फ्रांस में हिंसा भड़कने की यह है असली वजह
पेरिस के सब-अर्बन एरिया नेन्तेरे में मंगलवार को एक 17 साल के लड़के नाहेल को ट्रैफिक सिग्नल पर पुलिस ने गोली मार दी थी। दरअसल, एक वायरल वीडियो में सिग्नल पर एक पुलिसवाला युवक को रोकते हुए दिख रहा, फिर उसकी कार की खिड़की पर पहुंचकर उसे गोली मार देता है। कार लेकर युवक आगे बढ़ता है लेकिन करीब 200 मीटर पर जाकर एक पोल से टकरा जाता है। इस घटना के बाद पूरे फ्रांस में कोहराम मच गया।
लोग गुस्से में सड़कों पर आ गए। आगजनी होने लगी। कई बिल्डिंग में आग लगा दी गई। बुधवार की देर रात लोग पेरिस की सड़कों पर प्रदर्शन करते रहे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुस्साएं प्रदर्शनकारियों ने कई बिल्डिंग्स और कारों में आग लगा दी, पुलिसवालों पर भी गुस्सा दर्ज कराया।
प्रदर्शनकारियों को संभालने के लिए 40000 से अधिक अतिरिक्त पुलिसबल तैनात
प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए देश के आंतरिक मंत्रालय ने चालीस हजार से अधिक पुलिसवालों को सड़कों पर तैनात किया है। करीब 150 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया गया है।
राष्ट्रपति ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग
उधर, देशव्यापी प्रदर्शन को देखते हुए राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां ने बुधवार को इमरजेंसी मीटिंग बुलाई। राष्ट्रपति मैंक्रां ने कहा कि इस पूरी घटना से देश सदमें है। किसी भी तर्क से इस तरह एक युवक की हत्या का सही नहीं ठहराया जा सकता। उधर, फ्रांस की नेशनल असेंबली ने भी इस घटना पर दु:ख जताया है। नेशनल असेंबली में सांसदों ने दो मिनट मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की है। पीएम एलिजाबेथ बॉर्न ने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए आरोपी अधिकारी और इस घटना में शामिल अन्य अधिकारियों के खिलाफ हत्या, हत्या में साथ देने, झूठी गवाही की शिकायत दर्ज कराई गई है।